भारतीय मूल के यंगेस्ट MP ने ऋग्वेद पर हाथ रख ली शपथ
BY Suryakant Pathak13 Sep 2016 9:44 AM GMT

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Suryakant Pathak13 Sep 2016 9:44 AM GMT
जितेश गढ़िया ने ब्रिटेन के हाउस ऑफ लॉर्ड्स में ब्रिटिश भारतीय सांसद के रूप में शपथ लिया। ऐसा करने वाले वह सबसे कम उम्र के हैं। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के करीबी माने जाते हैं। बताते चलें कि ब्रिटिश संसद के अपर हाउस में भारतीय मूल के लगभग 20 सांसद हैं।
जितेश गढ़िया ने क्वीन एलिजाबेथ -2 के प्रति वफादारी की शपथ भारत के प्राचीन ग्रंथ ऋग्वेद पर हाथ रखकर ली। इसे दुनिया का सबसे प्राचीन ग्रंथ माना जाता है। इसका इतिहास 1500 BC से शुरू होता है।
बताते चलें कि ब्रिटेन की संसद में नए सदस्यों को बाइबल के अलावा दूसरे धार्मिक ग्रंथ चुनने की अनुमति है। हालांकि, इससे पहले किसी भी ब्रिटिश भारतीय ने ऋग्वेद के साथ शपथ नहीं ली थी।
गुजरात से रखते हैं संबंध
गढ़िया गुजरात से संबंध रखते हैं। वह दो साल की उम्र में ब्रिटेन आए थे। वह ब्रिटेन और भारत के बीच कुछ बड़ी इन्वेस्टमेंट में भी शामिल रहे हैं। कहा जाता है कि पिछले साल जब नरेंद्र मोदी लंदन गए थे तो जितेश ने ही उनका भाषण लिखा था। उन्हें नरेंद्र मोदी का काफी करीबी माना जाता है।
जितेश गढ़िया यूरोप की फाइनेंश कंपनी एबीन और बारक्लेज के साथ भी काम कर चुके हैं। कहा जाता है कि वह टाटा स्टील की ब्रिटेन की कोरस को खरीदने में हुई डील में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं।
जानें संसद में जितेश ने क्या कहा
ब्रिटिश संसद में सांसद के रूप में शपथ लेने के बाद जितेश ने कहा कि वह ऐसे समय संसद में शामिल हो रहे हैं, जब ब्रेग्जिट के बाद ब्रिटेन अपने इतिहास के एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। उन्होंने कहा कि वह फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्टर के लिए भविष्य में अच्छी संभावनाएं सुनिश्चित करने में मदद करना चाहता हैं।
उन्होंने कहा कि उनका फोकस ब्रिटेन सहित अंतरराष्ट्रीय आर्थिक संबंध मजबूत करने में योगदान देने पर भी होगा।
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