शिक्षामित्रों व पुलिस में मैदान-ए-जंग, पथराव व लाठीचार्ज में 12 घायल

बेकाबू शिक्षा मित्रों पर पुलिस ने कई राउंड रबर की गोलियां भी चलाई। लाठीचार्ज और पथराव में दोनों ओर से करीब एक दर्जन लोग के चोटिल हुए हैं। एक महिला शिक्षा मित्र के घायल होने पर उन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दरअसल, आदर्श शिक्षा सहायक वेलफेयर एसोसिएशन के आवाहन पर बीते सोमवार से सैकड़ों की तादात में शिक्षा मित्र बचे हुए 32000 शिक्षा मित्रों के समायोजन की मांग को लेकर लक्ष्मण मेला मैदान में धरना दे रहे हैं।
मंगलवार को कृषि आयुक्त प्रदीप भटनागर से वार्ता विफल होने के बाद से ही शिक्षा मित्र काफी आक्रोशित थे। जिस पर प्रतिक्रिया जताते हुए उन्होंने लक्ष्मण मेला मैदान के बाहर सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। सुबह से शांति से धरना दे रहे शिक्षा मित्र दोपहर तीन बजे अचानक बंधे पर आ गए। वो विधानसभा तक मार्च निकालने की मांग कर रहे थे। पुलिस बल के रोके जाने से नाराज शिक्षा मित्रों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिस ने लाठियां फटकार कर नदिया किनारे पार्क की ओर खदेड़ा तो सैकड़ों की तादात में मौजूद महिला शिक्षा मित्र सड़क पर लेट गईं।
इसके बाद महिला पुलिसकर्मियों उन्हें जबरन हटाना शुरू कर दिया। इससे नाराज शिक्षा मित्रों ने पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद करीब आधा घंटे तक पुलिस और शिक्षा मित्रों में जमकर संघर्ष हुआ। पथराव इतना जबरदस्त था कि पुलिसकर्मियों ने बंधे पर बने घरों में घुसकर अपनी जान बचाई। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटना शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस ने कई राउंड रबर की गोलियां भी दागीं।
लाठीचार्ज में बनारस की महिला शिक्षा मित्र लक्ष्मी यादव को गंभीर चोटें आने के बाद सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। लाठीचार्ज में बनारस की महिला शिक्षा मित्र लक्ष्मी यादव को गंभीर चोटें आने के बाद सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। एसोसिएशन की अध्यक्ष ज्योति वर्मा का आरोप है कि शांति पूर्वक मार्च को जा रहे शिक्षा मित्रों पर पुलिस ने जबरन रोक कर लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज में गीता पाठक, संगीता पाल, सरिता यादव, राजकुमारी, संगीता यादव, प्रमोद सिंह, विवेक सिंह, अभिषेक सिंह आदि को गंभीर चोटे आई हैं। प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि मांगे पूरी होने तक धरना जारी रहेगा।