टिकट के दावेदारों को लेकर भाजपा का मंथन शुरू

लखनऊ : विधान सभा चुनाव के लिए सपा और बसपा ने अपने संभावित उम्मीदवार तय कर दिए हैं, लेकिन भाजपा अभी इस दिशा में पीछे चल रही है। अब भाजपा ने भी टिकट के दावेदारों को लेकर मंथन शुरू कर दिया है। क्षेत्रीय दलों से गठजोड़ और बाहर से आये मजबूत नेताओं के लिए सीट तय करने के साथ ही पार्टी के जिताऊ उम्मीदवारों पर विचार चल रहा है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अपना दल और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से समझौते का एलान कर दिया है। केंद्रीय मंत्री और अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल ने प्रचार अभियान शुरू कर दिया है। उधर, मऊ में अमित शाह की रैली कराने के बाद भासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर भी पूर्वाचल की कुछ सीटों पर अपने उम्मीदवारों को आगे कर प्रचार कर रहे हैं। जातीय क्षत्रपों के कुछ और छोटे दलों से भाजपा की बातचीत अंतिम दौर में है।
लोकसभा चुनाव की तर्ज पर ही भाजपा छोटे दलों से समझौता कर ही चुनाव मैदान में उतरेगी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य का कहना है कि इस बार उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव से भी बेहतर माहौल बना है। उनका कहना है कि लोकसभा चुनाव में प्रदेश की 337 विधानसभा सीटों पर भाजपा आगे रही। इनमें कई ऐसी भी सीटें रहीं जिन विधानसभा क्षेत्रों में आजादी के बाद से भाजपा कभी नहीं जीती। इस आंकड़े को बरकरार रखने के लिए भाजपा ने उम्मीदवारों के चयन के लिए सर्वे का काम शुरू कर दिया है।
कई स्तर की सूचना और रिपोर्ट के आधार पर पार्टी जिताऊ उम्मीदवार तय करने जा रही है। इसके लिए जातीय, क्षेत्रीय और प्रतिस्पर्धी दलों के उम्मीदवारों के समीकरण का तुलनात्मक अध्ययन भी हो रहा है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हरिशचंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि टिकट तय करना पार्टी का काम है लेकिन इतना जरूर है कि निष्ठावान और प्रभावी कार्यकर्ताओं को पार्टी जरूर मौका देगी। प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य के मिशन 265 प्लस के लिए भाजपा के कार्यकर्ता त्याग और समर्पण की भावना से काम कर रहे हैं। पार्टी के कार्यकर्ता खुद 2014 का रिकार्ड तोड़कर एक और बड़ा रिकार्ड बनाने के लिए लगे हैं।