मायावती पर बीजेपी का पलटवार, कहा-दलितों के नाम पर बटोर रहीं दौलत
BY Suryakant Pathak5 Sep 2016 9:33 AM GMT

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Suryakant Pathak5 Sep 2016 9:33 AM GMT
नई दिल्ली: मायावती के हमलों पर पलटवार करते हुए भाजपा ने बसपा प्रमुख पर दलितों के नाम पर दौलत बटोरने और अपने शासनकाल के दौरान दलितों एवं पिछड़े वर्ग की चिंता नहीं करने का आरोप लगाया और कहा कि उत्तर प्रदेश में बुआ मायावती और भतीजे अखिलेश यादव की जुगलबंदी से राज्य की जनता त्रस्त है तथा वह सपा-बसपा के झांसे में अब और आने वाली नहीं है और विधानसभा चुनावों में इन लोगों को सबक सिखाएगी।
भाजपा ने कहा कि बसपा की रैली में मायावती की हताशा और निराशा स्पष्ट रूप से झलक रही थी। लगता है कि मायावती को भी अब यह लगने लगा है कि अब दलितों के नामपर वोट बैंक की उनकी झूठी राजनीति की दाल उत्तर प्रदेश में गलने वाली नहीं है। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने कहा कि दलितों के नाम पर राजनीति करने वाली मायावती दौलत की वसूली का कामकर रही हैं। यूपी में भ्रष्टाचार, अपराध और दुराचार की बुआ-भतीजे की जुगलबंदी से राज्य की जनता त्रस्त है। उत्तर प्रदेश की जनता सपा-बसपा के झांसे में अब और आने वाली नहीं है, वह आने वाले यूपी विधानसभा चुनावों में इन लोगों को सबक सिखाएगी।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की बहन-बेटियों का अपमान करने वाले नसीमुद्दीन जैसे लोगों को उत्तर प्रदेश की जनता अब बर्दाश्त नहीं
करेगी। मायावती और अखिलेश यादव को यह जवाब देना होगा कि उत्तरप्रदेश की बहन-बेटियों का अपमान करने वाले नसीमुद्दीन सिद्दिकी जैसे नेताआें पर अबतक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई? भाजपा नेता ने सवाल किया कि आखिर अखिलेश यादव की मायावती से किस तरह की जुगलबंदी है कि दोनों अपराधियों को सजा दिलवाने के मामले में मौन साध लेते हैं? सपा और बसपा की अपराधियों को पकड़ कर उन्हें सजा दिलवाने की मंशा कभी रही ही नहीं, यही कारण है कि उत्तरप्रदेश में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।
शर्मा ने कहा कि मायावती ने दलितों के नाम पर हमेशा से वोटबैंक की ही राजनीति की है। उन्होंने दलितों की भलाई के लिए अथवा उनके जीवन में बदलाव लाने के लिए कुछ भी नहीं किया। यूपी की जनता जानती है कि जब-जब प्रदेश में बसपा सत्ता में आती है, दलितों पर उत्पीडऩ का ग्राफ बढ़ जाता है।
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