सपा की तरफ आधे रास्ते जाकर रुके अजित सिंह, अब BSP..............

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के सियासी गलियारों में एक नई चर्चा बहुत तेजी से जोर पकड़ रही है। अगर सब कुछ चर्चाओं के मुताबिक होता है तो आगामी विधानसभा चुनावों की सियासत नया मोड़ ले सकती है। दूसरी पार्टियों को अपनी रणनीति बदलने को मजबूर भी कर सकती है। यह चर्चा है बसपा सुप्रीमो मायावती और रालोद मुखिया चौधरी अजित सिंह के बीच घटती दूरियों की। चर्चाओं पर भरोसा करें तो जल्द ही दोनों एक मंच पर नजर आ सकते हैं। आजकल बसंत कुंज नोएडा में चल रही हलचल भी कुछ ऐसा ही इशारा कर रही है।
जैसे-जैसे यूपी के विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे ही उम्मीदवारों के साथ-साथ पार्टियों के बीच भी उठापटक शुरू हो गई है। ताजा चर्चाओं पर गौर करें तो बसपा सुप्रीमो मायावती और रालोद मुखिया चौधरी अजित सिंह के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत शुरू हो गई है। दोनों मिलकर एक साथ आगामी चुनाव लड़ सकते हैं। 10 से 15 सितम्बर तक इसकी घोषणा भी हो सकती है। गठबंधन से जुड़ी शर्तें भी लगभग तय हो चुकी हैं। चर्चा तो यह भी है कि बसपा के एक पूर्व कैबिनेट मंत्री और चौधरी अजित सिंह के एक करीबी रिश्तेदार के जरिए यह बातचीत हो रही है।