अमन का पैगाम लेकर गिलानी के घर गए चार नेताओं का घेराव, लगे आजादी के नारे

श्रीनगर। कश्मीर में अमन का पैगाम लेकर गए चार सांसदों से हुर्रियत कान्फ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के नेता सैयद अली शाह गिलानी ने मिलने से इनकार कर दिया। सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के चार विपक्षी सांसदों ने समूह को छोड़ते हुए अलगाववादियों से अलग से मिलने का फैसला किया था। चारों नेताओं का वहां गिलानी के समर्थकों ने काफी देर तक घेराव कर आजादी के नारे लगाए।
माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी, भाकपा नेता डी राजा, जदयू नेता शरद यादव और राजद के जयप्रकाश नारायण अलगाववादी नेता से मिलने उनके घर गए थे। वहां गिलानी ने मिलने से साफ इनकार कर दिया। इस पर सीताराम येचुरी ने कहा कि यहां आने के बाद उन्होंने बोल दिया कि नहीं मिलना चाहते। हमारा इरादा साफ़ था। हमारा संकेत था कि हम सबसे बात करने को तैयार हैं।
वहीं शरद यादव ने कहा कि यहां जो परिस्थिति बनी हुई है, उसको सही करने के लिए, शांति का माहौल बने, यही हमारा मकसद था। हमारा का देश के लिए है। देश की खातिर कई इस तरह के काम करने पड़ते हैं। इसमें मान-अपमान की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि आज इस हालात में बात करना ठीक नहीं है। हम बात करने के लिए आपके दफ्तर आएंगे।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने पीडीपी प्रमुख की अपनी क्षमता में अलगाववादियों को बातचीत के लिए आमंत्रित किया था, जिसके एक दिन बाद मीरवाइज और यासीन मलिक ने एक संयुक्त बयान जारी कर उनकी पेशकश ठुकरा दी थी।