नर्सों की हड़ताल से हाहाकार, सरकार ने किया वैकल्पिक स्टाफ का बंदोबस्त

नर्सों की हड़ताल से मची हाहाकार पर सरकार ने वैकल्पिक व्यवस्था कर दी है। नर्सों की हड़ताल से मची हाहाकार पर सरकार ने वैकल्पिक व्यवस्था कर दी है। इसलिए संविदा पर काम करने वाली, प्राइवेट नर्सिंग कॉलेजों से और रिटायर हो चुकी 200 नर्सों को बुला लिया गया है।
हड़ताल के चलते सौ से अधिक ऑपरेशन टालने पड़े। हालांकि अस्पताल प्रशासन ने अस्पताल के डॉक्टरों को तैनात कर व्यवस्था संभालने की कोशिश की फिर भी मरीजों को दवा लेने से जांच कराने तक के लिए परेशान होना पड़ा।
वहीं संजय गांधी पीजीआई ने शनिवार से रजिस्ट्रेशन बंद कर दिए गए थे। फिलहाल यहां नए मरीजों की भर्ती नहीं की जाएगी। नर्सो की हड़ताल के चलते संजय गांधी पीजीआई प्रशासन ने शनिवार से नए मरीजों के पंजीकरण बंद करने का फैसला लिया था।
सिर्फ गंभीर मरीजों को ही रखा जाएगा भर्ती
सभी विभागों के हेड के साथ हुई बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक में ये फैसला लिया गया था कि सिर्फ गंभीर मरीजों को ही भर्ती रखा जाएगा।
ये हैं मांगें
-सातवें वेतन आयोग में नर्सिंग संवर्ग के वेतनमान, ग्रेड पे एवं भत्तों में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई है।
-सहायक नर्सिंग अधीक्षक व उप नर्सिंग अधीक्षक के पदनाम को सहायक नर्सिंग सिस्टर एवं उप नर्सिंग सिस्टर का पदनाम दिया गया है।
--इंडियन नर्सिंग काउंसिल में इस पदनाम को कोई जिक्र नहीं हैं, संघ को आपत्ति है।
--नर्सेज को विशेष एवं विशिष्ट क्षेत्र में कार्य करने पर मिलने वाले सभी भत्तों को भी समाप्त कर दिया गया है।
--नर्सों के नान प्रैक्टिस भत्ता, रात्रि ड्यूटी व रिस्क भत्ता सहित अन्य मांगों पर आयोग ने ध्यान नहीं दिया है।