सपा ने कभी नहीं किया मुसलमानों को 18 प्रतिशत आरक्षण का वादा: आजम खां
BY Suryakant Pathak30 Aug 2016 10:16 PM GMT

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Suryakant Pathak30 Aug 2016 10:16 PM GMT
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के संसदीय कार्यमंत्री आजम खां ने आज विधानसभा में कहा कि सत्तारूढ समाजवादी पार्टी ने मुसलमानों को उनकी आबादी के अनुपात में 18 प्रतिशत आरक्षण देने का वादा कभी नहीं किया था। आजम ने कहा, ''समाजवादी पार्टी ने 2012 में हुए विधानसभा चुनाव के घोषणापत्र में मुसलमानों को 18 प्रतिशत आरक्षण का वादा कतई नहीं किया था, जब तक संविधान नहीं बदला जाता तब तक 18 प्रतिशत तो क्या अल्पसंख्यको को 0.18 प्रतिशत आरक्षण भी नहीं दिया जा सकता।''
उन्होंने यह बात आज विधानसभा में कानून एवं व्यवस्था के मद्दे पर पेश कार्यस्थगन प्रस्ताव की ग्राह्यता पर बहस के दौरान नेता प्रतिपक्ष गयाचरण दिनकर के इस आरोप पर कहीं कि सपा सरकार ने मुसलमानों को 18 प्रतिशत आरक्षण देने के वादे पर बेवकूफ बनाया है। यह कहते हुए कि मुसलमान अब जागरूक हो गये है और उन्हें भावनात्मक मुद्दो पर बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता।
आजम ने कहा, ''मुसलमान बच्चे अब कन्चे नहीं कंप्यूटर पर खेलने लगे हैं।'' उन्होंने कहा कि मुसलमानों को अब पहले की बातें भी मालूम हो गयी है कि किस तरह बसपा ने तीन बार भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई और मायावती ने गुजरात में नरेन्द्र मोदी के पक्ष में चुनाव प्रचार किया। आजम ने यह भी कहा, ''बसपा राज में तमाम जिले बने मूर्तियां लगीं, पार्क बनवाये गये, मगर उनमें से एक भी किसी मुस्लिम महापुरूष के नाम पर नहीं है।'' यह भी याद दिलाया कि कभी कानपुर की एक जनसभा में बसपा संस्थापक कांशीराम ने अयोध्या विवाद के समाधान के लिए मस्जिद की जगह पर लैट्रिन बनवा देने की बात कहीं थी।
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