लखनऊ के अस्पतालों में गुंडागर्दी, तीमारदारों ने डॉक्टरों-स्टाफ को पीटा

राजधानी के दो प्रमुख अस्पतालों बलरामपुर और लोहिया की इमरजेंसी में इलाज को लेकर तीमारदारों ने आपा खो दिया। हॉस्पिटल का स्टाफ भी धैर्य न रख सका और एक दूसरे से भिड़ गए। तीमारदार भारी पड़े और उन्होंने डॉक्टरों व स्टाफ पर न केवल रौब गांठा, बल्कि मारपीट भी की।
डालीगंज बाबूगंज के रामफेर यादव की पत्नी सूरज कला (65) को सांस फूलने और कई अन्य दिक्कतें होने पर गोलागंज के बलरामपुर अस्पताल में रविवार देर रात करीब एक बजे भर्ती कराया गया। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि मरीज की हालत गंभीर थी। इलाज के दौरान सुबह करीब साढ़े चार बजे मरीज की मौत हो गई।
इस पर तीमारदारों ने डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगा हंगामा किया। मौके पर पहुंचे गार्ड ने सबको बाहर निकलने के लिए कहने लगा। इस पर तीमारदार और गार्ड आपस में भिड़ गए और जमकर मारपीट हो गई।
मौके पर पहुंचे इनडोर ड्यूटी में तैनात डॉ. मिर्जा और आउटडोर में तैनात डॉ. मनीष श्रीवास्तव से भी हाथापाई की। इसी बीच मरीज के साथ मौजूद महिला तीमारदार ने स्टाफ नर्स मोनिका को थप्पड़ मार दिया। इमरजेंसी में हंगामे के कारण इलाज पूरी तरह बंद हो गया।
घटना की जानकारी सोमवार को तड़के करीब पांच बजे वजीरगंज पुलिस को दी गई। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। महिला तीमारदार के मारने से नर्स मोनिका बुरी तरह बेसुध हो गई। इसके बाद अस्पताल के सीएमएस ने आराम के लिए नर्स मोनिका को एक हफ्ते तक के लिए छुट्टी पर भेज दिया।
लोहिया : सपा नेता बता युवकों ने स्टाफ को पीटा
गोमतीनगर के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल की इमरजेंसी में सोमवार को ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ और फॉर्मासिस्ट को मरीज के साथ आए पांच लड़कों ने जमकर पीट दिया। पांचों ने पहले खुद को सपा नेता बताया था।
इसके बाद चार लड़के फरार हो गए, पर एक को डॉक्टरों ने पकड़ कर गोमतीनगर पुलिस के हवाले कर दिया। इसी बीच एक लड़के को पुलिस ने पकड़ लिया और गोमतीनगर पुलिस के हवाले कर दिया। दरअसल बाराबंकी के राजमोहन (40) को पेट दर्द की शिकायत के बाद दोपहर करीब ढाई बजे परिवारीजन लोहिया अस्पताल लेकर पहुंचे।
इमरजेंसी में बेड फुल होने की बात कहकर डॉक्टरों ने थोड़ा इंतजार करने को कहा। इस पर राजमोहन के साथ मौजूद एक युवक ने अपने दोस्तों को फोन कर बुला लिया। इमरजेंसी में मौजूद डॉ. कासिम, डॉ. मीनाज और फॉर्मासिस्ट सरन श्रीवास्तव को सभी युवकों पहले बताया कि वे सपा नेता है।
इसके बाद खुद को ग्राम विकास मंत्री अरविंद सिंह गोप का पीए बताने लगे। डॉक्टरों ने कहा कि बेड खाली होते ही भर्ती कर लेंगे। यह सुनती ही गुस्साए युवकों ने डॉक्टरों व स्टाफ पर हमला बोल दिया। इमरजेंसी में तैनात डॉक्टरों को थप्पड़ मारने के साथ युवकों ने फॉर्मासिस्ट व महिला नर्सिंग स्टाफ को भद्दी-भद्दी गालियां देना शुरू कर दिया।
हंगामा होता देख मरीज व तीमारदार वहां से चले गए। डॉक्टरों व स्टाफ ने मारपीट करने वाले युवकों में से एक इंदिरानगर के कमल मिश्रा (23) को पकड़ लिया और उसकी धुनाई कर दी। इसके बाद मौके पर विभूतिखंड थाने से एसएसआई अभिषेक तिवारी और एससीपी देवेंद्र सिंह समेत अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। डॉक्टरों ने चेतावनी दे दी कि अगर दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो वो कामकाज पूरी तरह बंद कर देंगे।