'बुआ' मायावती ने फिर ठुकराया भतीजे अखिलेश का न्यौता, जानें क्यों?

अखिलेश सरकार के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के तहत विधान भवन में यूपी के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों के आदमकद ऑयल पेंटिग्स की शानदार गैलरी के सोमवार को हुए उद्घाटन में बुआ मायावती नहीं पहुंची। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें खास तौर से आमंत्रित किया था और उनकी भी तस्वीर गैलरी में लगवाई थी, लेकिन वो नहीं आईं।
आखिरकार, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय की मौजूदगी में इस गैलरी का उद्धघाटन हुआ।
सरकार ने उद्घाटन समारोह में बसपा सुप्रीमो मायावती, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह, मध्य प्रदेश के राज्यपाल राम नरेश यादव और लखनऊ में ही रह रहे आंध्र प्रदेश के पूर्व राज्यपाल एनडी तिवारी समेत सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को न्यौता भेजा था। लेकिन मुलायम सिंह के अलावा कोई पूर्व मुख्यमंत्री नहीं पहुंचे।
अलबत्ता पूर्व प्रधानमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी चरण सिंह के बेटे अजित सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा की बेटी रीता बहुगुणा जोशी और पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह के बेटे फतेह बहादुर सिंह जरूर समारोह में पहुंचे।
इसके पहले भी भाजपा नेता दयाशंकर सिंह द्वारा अभद्र टिप्पणी किए जाने पर मायावती ने अखिलेश से उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की बात कही थी और कहा था कि अगर अखिलेश मुझे बुआ कहते हैं तो मेरा अपमान करने वाले को गिरफ्तार करें।वहीं, सियासी अर्थ यह भी निकाले जाते हैं कि मायावती के अखिलेश सरकार से बेहतर संबंध होने से वह सरकार पर हमले नहीं कर पाएंगी, जबकि सीएम अखिलेश हमेशा ही उनके प्रति सम्मान दिखाते रहे हैं।