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उत्तर प्रदेश

अधिकारियों को फटकार !बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण करे जनता को खाने पीने की चीजे पहुँचाये :शिवपाल

अधिकारियों को फटकार !बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण करे जनता को खाने पीने की चीजे पहुँचाये  :शिवपाल
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वाराणसी : सिचाई एवं जल संसाधन मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने जोर देते हुए कहाॅ कि बाढ़ पीड़ितो के इस मुसीबत की घड़ी में प्रदेश सरकार उनके साथ खड़ी है ओर उन्हे हरसंभव मदद् मुहैया कराया जायेगा। उन्होने जिलाधिकारी वाराणसी एवं चन्दौली को निर्देशित किया कि बाढ़ पीड़ित लोगो को 15 दिनों के लिये एकमुश्त आटा, चावल, दाल, आलू, सरसो एवं किरासन तेल, पानी एवं साबुन तत्काल् मुहैया करा दिया जाय। ताकि बाढ़ पीड़ित लोगो को खाने-पीने की कोई परेशानी कत्तई नही होने पाये। उन्होने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के पशुओं हेतु भी भूसा की व्यवस्था सुनिश्चित कराये जाने हेतु जिलाधिकारियों को निर्देशित किया। बाढ़ राहत हेतु चाराणसी जिले से भेजे गये 3 करोड़ की माॅग के सापेंक्ष प्राप्त 1 करोड़ तथा चन्दौली में 5.50 लाख के सापेंक्ष प्राप्त 2.50 लाख के अवशेष धनराशि को आज ही जिलों को उपलब्ध कराये जाने का भी निर्देश एवं भरोसा दिया।
उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण विभाग, सिचाई एवं जल संसाधन, श्री मंत्री शिवपाल सिंह यादव शनिवार को वाराणसी एवं चन्दौली के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के पश्चात् विकास भवन सभागार में दोनो जिले के अधिकारियों के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में उपलब्ध कराये जा राहत कार्यो की समीक्षा कर रहे थे। उन्होने बाढ़ पीड़ितो को उपलब्ध कराये जाने वाले आटा एवं चावल के बाबत विशेष जोर देते हुए कहाॅ कि ताजा यानि उसी दिन का पीसा आटा एवं अच्छे क्वालिटी का चावल ही मुहैया कराया जाय। उन्होने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगाये लेखपालों के बाबत जानकारी के दौरान जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि यदि कोई लेखपाल दैवी आपदा के इस मौके पर कार्य न करे, तो उसका बस्ता जमा कराकर कानूनगो एवं नायब तहसीलदार सहित अन्य सीनियर कर्मी कोे उसका चार्ज तुरन्त सौपा जाय तथा ऐसे लेखपालों के विरूद्व कड़ी कार्यवाही भी अवश्य किया जाय। उन्होने जिलाधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहाॅ कि बाढ़ का पानी घटते ही बीमारी फैलने की सम्भावना के दृष्टिगत् डाक्टरो के टीम को प्रर्याप्त दवाओं सहित व्यवस्था सुनिश्चित कराये जाने का निर्देश दिया। साथ ही पशुओं के वैक्सीनेशन एवं टीकाकरण की भी व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु मुख्य पशु चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होने अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर भ्रमण करने तथा लोगो को खाने-पीने की व्यवस्था सहित चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराये जाने पर विशेष जोर दिया। उन्होने ड्रेनो की सफाई के बाबत जानकारी के दौरान कहाॅ कि इसे मनरेगा से कराया जाना चाहिये था और यदि मनरेगा में धन की कमी रही, तो जनवरीध्फरवरी में माॅग पत्र उपलब्ध कराया जाना चाहिये था। ताकि मार्च में धन मुहैया करा दिया जाता और ड्रेनो की सुफाई जून तक हो गया होता। उन्होने ड्रेनो की सफाई कराये जाने हेतु प्रस्ताव शासन को मुहैया कराये जाने हेतु सिचाई विभाग के मुख्य अभियंता को निर्देश दिया। वाराणसी जिले में बाढ़ राहत हेतु प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे कार्यो की जिलाधिकारी विजय किरन आनंद द्वारा जानकारी दिये जाने पर मंत्री ने उन्हे उनके विशेष प्रयास हेतु धन्यवाद दिया। मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने बताया कि जिन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पानी की किल्लत है और हैण्डपम्प की आवश्यकता होगी, वहाॅ नये हैण्डपम्प भी लगवाये जायेगें। उन्होने कहाॅ कि पानी घटने के बाद बाढ़ से हुए नुकसान का आंकलन कर अतिरिक्त सहायता उपलब्ध कराये जाने हेतु माॅग भेजा जायेगा। पत्रकारो से वार्ता के दौरान एक सवाल के जबाब में उन्होने कहाॅ कि बाढ़ एवं बरसात के दौरान सड़के बड़े पैमाने पर क्षतिग्रस्त हुई है। अब उनका इस्टीमेंट बनवाकर धनराशि मुहैया कराकर तत्काल् सड़के ठीक करायी जायेगी। उन्होने विशेष रूप से जोर देते हुए कहाॅ कि दैवी आपदा का मुकाबला सरकार एवं जनता हम-सब मिलकर करेगें। बाढ़ के कारण निर्माणाधीन वरूणा काॅरिडोर के हुए नुकसान के बाबत एक सवाल के जबाब में मंत्री ने कहाॅ कि नुकसान का आंकलन बाद में होगा, पहले जनता हमारे लिये सर्वोपरि है। इस दौरान कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण ने बताया कि मंडल में सबसे खराब स्थिति गाजीपुर की है और शुक्रवार को वहाॅ पर वायु सेना के हेलीकाफ्टर से जमानियां तहसील के सबसे अधिक प्रभावित एवं जलमग्न 5 गाॅवों में 3.5 हजार कुन्तल खाद्यान्न सामग्री लोगो को उपलब्ध कराया गया। उन्होने बताया कि मंडल के वाराणसी, गाजीपुर एवं चन्दौली के 182 गाॅव पूरी तरह मैरूण्ड (जलमग्न) और 7 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित है। जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि बाढ़ से वाराणसी में तीन विकास खण्ड के 176 गाॅव सभा के 250000 आबादी एवं 70 हजार हे0 कृषि भूमि प्रभावित हुई है। 126 बाढ़ राहत शिविर स्थापित कर विस्थापित लोगो को दो टाइम भोजन एवं एक टाइम नाश्ता मुहैया कराया जा रहा है। 200 नाव एवं एनडीआरएफ के 7 टीम को राहत कार्य में लगाया गया है। इसके अलावा शहरी क्षेत्र में 26 एवं ग्रामीण क्षेत्र में 40 चिकित्सको की टीम चिकित्सकीय कार्य में लगाये गये है। 126 अधिकारी राहत कार्य के पर्यवेंक्षण में लगाये गये है।
बैठक में लोक निर्माण विभाग, सिचाई एवं जल संसाधन राज्य मंत्री सुरेन्द्र पटेल, अध्यक्ष जिला पंचायत अपराजिता सोनकर, प्रमुख सचिव सिचाई सुरेश चन्द्रा, कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण, आईजी एस0के0भगत, जिलाधिकारी विजय किरन आनंद, जिलाधिकारी चन्दौली कुमार प्रशान्त, एसएसपी वाराणसी आकाश कुलहरि, नगर आयुक्त डा0हरि प्रताप शाही के अलावा एनडीआरएफ, लोक निर्माण विभाग, सिचाई, स्वास्थ्य, पशुपालन आदि अन्य विभागीय अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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