आईआईएम लखनऊ के विवेक सीएस में देशभर में टॉपर, बेटियों की संख्या भारी

आईआईएम लखनऊ में पढ़ रहे विवेक चौधरी ने इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरी ऑफ इंडिया द्वारा घोषित कंपनी सेक्रेट्रीज प्रोफेशनल कोर्स (नया सिलेबस) में देशभर में पहला स्थान हासिल किया है।
परिणाम से उत्साहित विवेक ने कहा कि सीएस में पास होने वाले विद्यार्थियों की संख्या 10 प्रतिशत से अधिक नहीं रहती। ऐसे में टॉप करना उनके लिए विशेष उपलब्धि है। आईआईएम लखनऊ से पीजीडीएम कोर्स कर रहे विवेक ने कहा कि वे इन्वेस्टमेंट बैंकर बनना चाहते हैं।
राजधानी के 29 होनहार बने कंपनी सेक्रेटरी
आईसीएसआई लखनऊ चैप्टर की चेयरमैन सीएस गीतिका केसवानी ने बताया कि नए सिलेबस का परिणाम 11.04 फीसदी रहा तो पुराने सिलेबस का 31.86 प्रतिशत।
दोनों सिलेबस में शामिल हुए विद्यार्थियों में 29 विद्यार्थी ऐसे हैं जिनके प्रोफेशनल कोर्स के सभी मॉड्यूल पूरे हो गए हैं और वे कंपनी सेक्रेटरी बन गए हैं। दूसरी ओर एग्जीक्यूटिव कोर्स के नए सिलेबस के दो मॉड्यूल में 644 विद्यार्थी शामिल हुए थे, इनमें से 47 पास हुए हैं।
चैप्टर के समन्वयक सीएस अनुज तिवारी ने बताया कि असफल विद्यार्थियों को विशेष कोचिंग दी जाएगी ताकि वे अगले प्रयास में बेहतर प्रदर्शन कर सकें। यह कोचिंग निशुल्क होगी और इसे आईसीएसआई द्वारा ही निर्धारित किया गया है।
लड़के भी नहीं रहे पीछे
माता पिता : सपना और सनातन दवे
लक्ष्य : फिलहाल अपनी ट्रेनिंग पूरी करनी है।
2. उत्कर्ष शर्मा
माता पिता : नीलम व विजय कुमार
लक्ष्य : अपने आदर्श उद्यमियों की तरह खुद को देश में स्थापित करना है।
3. सिद्धार्थ श्रीवास्तव
माता पिता : सुषमा व हरीश कुमार
लक्ष्य : देश की प्रमुख कंपनियों में अपना कॅरिअर बनाना है।
4. सुशांत श्रीवास्तव
माता पिता : प्रीति और सुधीर श्रीवास्तव
लक्ष्य : मेरी रुचि डायरेक्ट टैक्सेशन में हैं, इसी में अपनी प्रैक्टिस करनी है।
5. आशीष मेहरोत्रा
माता पिता : सुमन और रवि मेहरोत्रा
लक्ष्य : सर्विस सेक्टर में अपनी सेवाएं देनी हैं।
6. हर्षित रस्तोगी
माता पिता : मधु और हरिओम रस्तोगी
लक्ष्य : मैं लखनऊ में बतौर सीएस अपनी पहचाना बनाना चाहता हूं, इसलिए अपनी प्रैक्टिस शुरू करूंगा।
7. संजय कुमार
माता पिता : माया और ओमप्रकाश
लक्ष्य : मेरा लक्ष्य किसी बड़ी कंपनी में अपना कॅरिअर बनाना है।
बेटियों की संख्या भारी
1. नाजिया खान
माता पिता : महरुनिशां और हाफिजउल्ला खान
लक्ष्य : फिलहाल मैं एलएलएम कर रही हूं इसी पर फोकस रहना चाहंगी।
2. दीपिका सिन्हा
माता पिता : दुर्गेश और एके सिन्हा
लक्ष्य : मैं चार्टर्ड अकाउंटेंसी कोर्स भी कर रही हूं, इसे पूरा करके कॉरपोरेट जगत में खुद को स्थापित करना चाहती हूं।
3. अपराजिता सिंह
माता पिता : ज्ञानमती सिंह और आरपी सिंह
लक्ष्य : मैं फिलहाल एलएलबी पढ़ रही हूं और मेरा लक्ष्य न्यायपालिका में अपना कॅरिअर बनाना है।
4. स्वाति चौधरी
माता पिता : संगीता और प्रभात चौधरी
लक्ष्य : मैंने हंसराज कॉलेज से बीकॉम करने के बाद एलयू में एलएलबी कोर्स में एडमिशन लिया है और लॉ फर्म के लिए काम करने का लक्ष्य है, उम्मीद है सीएस कोर्स इसमें मददगार साबित होगा।
5. आयुषी शुक्ला
माता पिता : पूनम और डॉ. राजीव शुक्ला
लक्ष्य : मेरा लक्ष्य प्रशासनिक सेवाओं में जाना है। सीएस होने से मुझे वित्तीय मामलों की बेहतर समझ के साथ लोगों के लिए काम करने का मौका मिलेगा।
6. तारिणी प्रसाद
माता पिता : प्रेमा और गणेश प्रसाद
लक्ष्य : फिलहाल में पीएनबी के लिए काम कर रही हूं और कंप्लायंस ऑफिसर के तौर पर खुद को स्थापित करना चाहती हूं।
हिम्मत नहीं हारी, इसलिए आज सीएस हैं
1. पंखुड़ी सिंघल
माता पिता : रजनी और राकेश सिंघल
लक्ष्य : एक कंपनी सेक्रेट्री के तौर पर लखनऊ में काम करके अपनी पहचान बनानी है।
2. नैना चित्रवंशी
माता पिता : नीरज और प्रेमशंकर चित्रवंशी
लक्ष्य : कॉरपोरेट कंसल्टेंट के रूप में मैं अपना कॅरिअर बनाने के लिए काम करना चाहूंगी।
3. शिखा तिवारी
माता पिता : ऊषा और गणेश चंद्र तिवारी
लक्ष्य : मेरा लक्ष्य फिलहाल नौकरी तलाश कर सीएस के रूप में काम करना है।
4. ऋतु भाटिया
माता पिता : रजनी और अशोक भाटिया
लक्ष्य : मैंने जिन उद्यमियों को अपना आदर्श बनाया है, उनके जैसा बनने का प्रयास करना ही मेरा अगला लक्ष्य है।
5. निदा जायसी
माता पिता : रिजवाना और सैयद अली
लक्ष्य : मेरा लक्ष्य न्यायिक सेवा में जाना है, फिलहाल मैं एलएलबी कोर्स पूरा करने का प्रयास कर रही हूं।
6. विदुषी अग्रवाल
माता पिता : दीपाली और सतीश अग्रवाल
लक्ष्य : इंश्योरेंस सेक्टर में काम करना चाहूंगी क्योंकि यहां लड़कियां कम हैं।
7. ईशा जायसवाल
माता पिता : सीमा और राकेश जायसवाल
लक्ष्य : इंश्योरेंस सेक्टर को अपना लक्ष्य बनाया है, मुझे ऊंची पोजिशन पर पहुंचना है। इंश्योरेंस सेक्टर में इन पोजिशन पर लड़कियां नजर ही नहीं आ रही हैं।
8. पल्लवी कुमारी
माता पिता : लीलावती और ओपी केशरी
लक्ष्य : एक कॉरपोरेट प्रोफेशनल के रूप में मैं खुद को काम करते देखना चाहती हूं।