परशुराम अन्याय-अधर्म के खिलाफ संघर्ष के प्रतीक : अखिलेश

लखनऊ : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि भगवान परशुराम अन्याय व अधर्म के खिलाफ संघर्ष के प्रतीक हैं। उनके जन्मोत्सव पर इस लड़ाई को आगे बढ़ाने का हमें संकल्प लेना होगा।
समाजवादी पार्टी मुख्यालय के लोहिया सभागार में आयोजित भगवान परशुराम जन्मोत्सव समारोह अखिलेश ने कहा कि समाजवादी सरकार ने भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की थी। भाजपा ने वह अवकाश समाप्त कर दिया। समाजवादियों ने प्रबुद्ध समाज को जो सम्मान दिया, भाजपा ने उसे छीनने का काम किया है। आज के दिन भगवान परशुराम का क्रोध याद न आए, यह कैसे संभव है। जनता का क्रोध गोरखपुर-फूलपुर के उपचुनावों के नतीजों के रूप में सामने आया है।
अखिलेश ने कहा कि समाजवादी सरकार ने अयोध्या, काशी, मथुरा में तमाम काम कराये। धर्मजाति के भेदभाव के बिना छात्र-छात्रओं को लैपटॉप बांटे। कन्या विद्याधन बांटा गया। भाजपा सरकार ने तो हजारों बच्चों को एक ही नम्बर के जूते बांट दिए। उन्हें घटिया स्वेटर और बैग बांटे जो चंद दिन में फट गए। भाजपा से जनहित की योजनाओं के बारे में आशा करना निर्थक है।
इस अवसर पर अयोध्या के साधु-संतों ने अखिलेश यादव को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। इनमें महंत दिलीप दास, दयालू दास, नीरज शास्त्री, कमलेश दास शास्त्री, राजीव लोचन शरण, जानकी रमण शरण आदि मुख्य थे। भगवान परशुराम जन्मोत्सव कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन पूर्वमंत्री तेज नारायण पांडेय ने किया। कार्यक्रम में किरनमय नंदा, नरेश उत्तम पटेल, राजेंद्र चौधरी, जयशंकर पांडेय, प्रो. अभिषेक मिश्र एवं बाबा दुबे की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।




