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स्कूली बच्चों को जूता-मोजा वितरण में भ्रष्टाचार की सीबीआइ जांच हो : अखिलेश
BY Anonymous6 April 2018 11:35 AM GMT

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Anonymous6 April 2018 11:35 AM GMT
लखनऊ - स्कूली बच्चों को जूते-मोजों के वितरण में भ्रष्टाचार की सीबीआइ जांच की मांग करते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आबादी के अनुपात में सम्मान और अधिकार दिए जाने की पैरोकारी की। पार्टी मुख्यालय में महर्षि कश्यप व महाराजा निषादराज गुह्य के जयंती समारोह में अखिलेश ने भाजपा पर निशाना साधा। कहा कि भाजपा ने समाज में जहर घोलने का काम किया है, गरीबों व दलितों पर अत्याचार बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव में भाजपा के विरुद्ध पनप रहा जनाक्रोश सामने आया। वर्ष 2014 के चुनाव में जिस तरह जनता ने भाजपा को सत्ता में बैठाया, उसी तरह इस बार सबक सिखाने की तैयारी है।अगला लोकसभा चुनाव मतपत्र के जरिये कराने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि जनगणना को आधार से जोड़ कर समानुपातिक सम्मान, अवसर और अधिकार दिया जाए।
अखिलेश ने आरोप लगाया कि स्कूली बच्चों के साथ भाजपा सरकार में अन्याय हुआ। जूता-मोजा वितरण में भ्रष्टाचार दुर्भाग्यपूर्ण है, सीबीआइ जांच कराकर दोषियों को दंडित किया जाए। उन्होंने निजी स्कूलों की मनमानी और सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के अभाव पर चिंता जताते हुए बच्चों की पढ़ाई सुचारु न होने पर रोष जताया। उन्होंने समाजवादी सरकार के कार्यों का हवाला देते हुए भाजपा शासनकाल में उनकी बदहाली का जिक्र भी किया।
आगरा एक्सप्रेस-वे के निकट मंडियों का निर्माण रोकने व कर्जमाफी के नाम पर किसानों के साथ धोखा करने का आरोप लगाया। इस मौके पर विधान परिषद सदस्य राजपाल कश्यप द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया। नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी, नरेश उत्तम पटेल, राजेंद्र चौधरी, एसआरएस यादव, मधु गुप्ता, नफीस अहमद, और रामआसरे विश्वकर्मा भी मौजूद थे।
अच्छा हुआ एनकाउंटर नहीं हुआ
पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा सरकार पर एनकाउंटर के नाम पर लोगों को डराने का आरोप लगाया। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि कुछ दिन पूर्व आरएसएस प्रवक्ता प्रो.राकेश सिन्हा के साथ पुलिस ने अशोभनीय व्यवहार किया, ये अच्छा हुआ कि उन्हें एनकाउंटर का सामना नहीं करना पड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन कानून का राज स्थापित करने की जगह दूसरे कार्यों में लगी है, जिससे जनता में भय और अराजकता बढ़ गई है।
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