क्या चुनाव के लिए CM हिंदू थे, हार के बाद बदली भाषा
BY Anonymous19 March 2018 12:03 AM GMT

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Anonymous19 March 2018 12:03 AM GMT
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार के एक साल पूरे होने पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चुनाव तक ही हिंदू थे, अब उनकी भाषा बदल गई है। अखिलेश ने रविवार को लखनऊ में एक कार्यक्रम में कहा कि भाजपा का सूरज अस्त होना शुरू हो चुका है। अखिलेश ने योगी आदित्यनाथ के हिंदू वाले बयान पर कहा, 'सदन में वो कहते हैं कि मैं हिंदू हूं, अब नहीं बोल रहे हैं। कहते हैं कि पहला एक्सप्रेस वे हमने बनवाया, क्या आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे को भूल गए। मुख्यमंत्री को समाजवादी शब्द से आपत्ति है।' उन्होंने कहा कि संविधान की प्रस्तावना में समाजवाद का जिक्र है। उन्हें लाल टोपी से दिक्कत है, इसी लाल टोपी से वह चुनाव हारे हैं।
गठबंधन पर बात जारी रहेगी
सपा-बसपा गठबंधन पर कहा कि बातचीत जारी रहेगी। पार्टी कार्यकर्ता भी चाहते हैं कि गठबंधन हो। डॉ. भीमराव अंबेडकर और राम मनोहर लोहिया को पढ़ते हैं, तो ऐसा लगता है कि दोनों चाहते थे कि समाज और देश के हित में मिलकर साथ काम करें। नेताजी ने भी प्रयास किया था, लेकिन कुछ ताकतें नहीं चाहती थी की ऐसा हो। गठंबंधन टूटा गया, हमें एक बार फिर एक होने का मौका मिला है।
कांग्रेस से कोई नाराजगी नहीं
राज्यसभा चुनाव में भ्रष्टाचार का अंदेशा जताते हुए कहा कि संख्याबल न होने के बाद भी भाजपा ने अधिक उम्मीदवार उतारे। वह चाहती है कि भ्रष्टाचार हो। उपचुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन न होने पर कहा कि कांग्रेस से कोई नाराजगी नहीं है।
सीबीआई व ईडी से डर नहीं
अखिलेश ने साफ किया कि सीबीआई और ईडी से डर नहीं लगता है। कांग्रेस के शासनकाल में उनके व डिंपल के खिलाफ जांच हुई थी, लेकिन कुछ नहीं निकला। लालू के साथ अन्याय हुआ है देश इसे समझ रहा है। जिन्होंने बैंक खाली कर दिया वो बचा हुआ है।
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