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मुलायम के खिलाफ जांच के लिए एआईटी गठित, आईपीएस को धमकी देने का है आरोप
BY Anonymous27 Feb 2018 12:32 AM GMT

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Anonymous27 Feb 2018 12:32 AM GMT
पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की आवाज का नमूना लेने के लिए एसएसपी दीपक कुमार ने एसआईटी का गठन किया है। सीजेएम कोर्ट के आदेश के बाद गठित पांच सदस्यीय एसआईटी का नेतृत्व सीओ बाजारखाला अनिल कुमार यादव करेंगे।
आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने हजरतगंज थाने में तहरीर देकर पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव पर धमकी देने का आरोप लगाया था। ठाकुर के अनुसार, मुलायम सिंह ने 10 जुलाई 2015 को उन्हें मोबाइल पर धमकी दी थी। इस पर पुलिस ने केस दर्ज कर विवेचना शुरू की।
20 अगस्त 2016 को कोर्ट ने विवेचक को मुलायम के वॉयस सैंपल लेने का आदेश जारी किया था, लेकिन विवेचक ने वॉयस सैंपल नहीं पेश किया। करीब आठ महीने पहले विवेचना सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्रा को सौंपी गई। कुछ दिन पहले सीओ अभय मिश्रा ने सीजेएम कोर्ट के सामने वॉयस सैंपल लेने के लिए किए गए प्रयासों की रिपोर्ट पेश की।
रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने और पूर्व विवेचकों ने विशेष वाहक, इंस्पेक्टर गौतमपल्ली और रजिस्टर्ड डाक के जरिए कई बार पूर्व मुख्यमंत्री को आवाज का नमूना देने के लिए नोटिस भेजा, लेकिन उनके आवास पर किसी ने नोटिस रिसीव नहीं किया।
पुलिस ने मुलायम के दिल्ली आवास पर फैक्स और रजिस्टर्ड डाक से भी नोटिस भेजा, लेकिन अभी तक उनकी सहमति नहीं मिली है। सोमवार को सीजेएम ने एसएसपी को विशेष जांच टीम का गठन कर वॉयस सैंपल हासिल करने का आदेश जारी किया।
एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक एसआईटी में सीओ बाजारखाला अनिल कुमार यादव, एसएसआई हजरतगंज बृजेंद्र कुमार मिश्रा, एसआई हजरतगंज घनश्याम यादव, एसआई बाजारखाला राजकुमार और एसआई सआदतगंज पत्तन खान को शामिल किया गया है। एसएसपी के मुताबिक टीम जल्द ही पूर्व मुख्यमंत्री का वॉयस सैंपल हासिल कर कोर्ट के सामने पेश करेगी।
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