रावण की रिहाई के लिए जेल भरो और भाजपा सरकार खत्म करने की चेतावनी

सहारनपुर - जेल में कैद चंद्रशेखर रावण की रिहाई के लिए कांशीराम कालोनी के मैदान में हुए भीम आर्मी के एससी-एसटी व ओबीसी एवं अल्पसंख्यक महासम्मेलन में सामूहिक रूप से रावण की रिहाई की मांग की गई। प्रशासन को चेतावनी दी गई कि यदि बात न मानी गई तो एतिहासिक आंदोलन किया जाएगा। वक्ताओं ने कार्यकर्ताओं से आंदोलन के बाद जेल जाने के लिए तैयार रहने के लिए कहा। महासम्मेलन में भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन ने कहा सामंतवादी सरकार जेल में बंद रावण पर रासुका की अवधि बढ़ा रही है। जिला अध्यक्ष कमल वालिया, राष्ट्रीय प्रवक्ता मंजीत सिंह नोटियाल और शामली के भीम आर्मी जिला अध्यक्ष नीटू शामली ने संयुक्त रूप से कहा कि प्रशासन उनकी परीक्षा लेने की कोशिश न करे। महासम्मेलन में जमीयत उलमा-ए-हिंद अध्यक्ष अरशद मदनी का पैगाम लेकर आए मुफ्ती अहमद गौड़ ने भी युवाओं में जोश भरने का काम किया। पूर्व आइपीएस एसआर दारापुरी ने शब्बीरपुर की घटना के लिए प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया। महासम्मेलन में हिमाचल प्रदेश के पूर्व डीजीपी पृथ्वीराज, रालोद के जिला अध्यक्ष राव केसर सलीम, के अलावा चंद्रशेखर की मां कमलेश, जेएनयू से आए प्रदीप नरवाल भी मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
उत्तराखंड के प्रदेश प्रभारी महक सिंह ने चंद्रशेखर रावण के भेजे गए आठ पेज का संदेश पढ़ा। चंद्रशेखर ने लिखा है कि यह काले अंग्रेजों की सरकार है, जिससे मुक्ति पानी होगी। रावण ने संदेश में कहा कि जब तक भगवा सरकार को खत्म नहीं कर दिया जाएगा, तब तक आंदोलन चलता रहेगा।
भीम आर्मी के पदाधिकारियों ने प्रशासन से केवल विचार गोष्ठी की अनुमति ली थी। प्रशासन को बताया गया था कि गोष्ठी में एक से डेढ़ हजार लोग शामिल होंगे। बावजूद इसके विचार गोष्ठी के नाम पर एससी एसटी, ओबीसी एवं अल्प संख्यक महासम्मेलन का आयोजन किया गया। बड़ी तादाद में लोग पहुंचे। यूपी, महाराष्ट्र, उत्तराखंड आदि प्रदेशों के लोगों ने इस कार्यक्रम में शिरकत की।
12 हजार का इनामी दे गया चुनौती
भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और 12 हजार रुपये का इनामी विनय रतन पुलिस और सरकार को खुली चुनौती दे गया। शनिवार से वह मुख्यालय के आसपास घूम रहा था। रविवार को भीम आर्मी के मंच से उसने प्रदेश सरकार को खुली चुनौती दे डाली।
चंद्रशेखर से की महात्मा गांधी की तुलना
जमीयत-उलमा-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरशद मदनी का पैगाम लेकर आए मुफ्ती अहमद गौड़ ने रावण की तुलना महात्मा गांधी से कर दी। कहा कि एक दौर वो था जब साइमन को निकालने के लिए गांधीजी के साथ साइमन गो-बैक का नारा दिया गया था। ठीक उसी तरह अब रावण के साथ आरएसएस गो-बैक का नारा देना होगा।