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बी एच यू की चर्चित छात्रा नेहा ने सपा सुप्रीमो से की मुलाकात,साझा किया अनुभव
BY Anonymous17 Feb 2018 1:25 PM GMT

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Anonymous17 Feb 2018 1:25 PM GMT
जेपी यादव।
लखनऊ। बी एच यू की चर्चित छात्रा नेहा यादव आज पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात किया। और अपने विचार बाँटा,आज बहुत दिन बाद आप सबके सामने उपस्थित हुई हूँ। बीते महीने मेरे लिए काफी बुरे अनुभव वाले रहे। आप सभी की दुआओं से उन अनुभवों से मेरा आत्मविश्वास और भी प्रखर हुआ है। संघर्ष समाजवादी विरासत होता है। इस संघर्ष की क्षमता का ज्ञान भी मुझे बीते कुछ महीनों में हो गया।
मैं कृतज्ञ हूँ। मेरे साथ घटी घटनाओं को प्रसिद्ध समजवादी लेखक फ्रेंक हुजूर जी ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव तक पहुँचाया। अखिलेश जी ने इसका संज्ञान लेते हुए मुझ आम छात्रा को अपने कीमती समय मे से लगभग एक घण्टा दिया। अखिलेश जी की ये खूबी है कि वो बड़े ध्यान से सबकी बात सुनते हैं। बनारस से लेकर इलाहाबाद की घटनाओं पर मेरा पक्ष उन्होंने बड़े ध्यान से सुना तारिफ जितनी करूँ कम रहेगी ।
अखिलेश जी भारत के एक मात्र सबसे शालीन शांत और राजनीति के बढ़े सबसे साफ सुथरी छवि के राजनेता हैं। उनकी सरकार की उपलब्धियों को गिनाने में पोस्ट छोटी पड़ जाएगी। यूपी में एकदिन में करोङो वृक्षारोपण में गिनीज बुक में स्थान दिलाया तो वही यूपी को एक्प्रेस वे की शानदार सौगात दी हैं। समजवादी पेंशन, किसान बीमा, महिला सुरक्षा हेल्प लाइन 1090, बेहतरीन पुलिसिंग हेतु डायल 100 सेवा तथा निशुल्क एम्बुलेंस सेवा 102,108 से उनकी जनोपयोगी भावनाएं परिलक्षित होती हैं।
लखनऊ में मेरा ये तीसरा दौरा था। शहर से अधिक परिचित नही हूँ। बड़े भैया राजेश यादव जी और फ्रैंक हुजूर सर जी की आभारी हूँ। जो फोन पर मेरा उत्सवर्धन करते थे। उन्ही की प्रेरणा से अखिलेश जी से पहली बार मिलकर अपनी बात कह पायी। आदरणीय अखिलेश जी की एक और खूबी है, वो मिलते ही आपको इतना सहज कर देते हैं कि आप निसंकोच उनसे अपनी बात कह लेते हैं।
इस मीटिंग में मशहूर कम्युनिस्ट नेता और सीपीआई के राष्ट्रीय सचिव अतुल अंजान जी भी उपस्थित थे उन्होंने भी मेरी हौसला अफजाही की। इससे पूर्व मुझे फ्रैंक हुजूर जी के आवास पर जाने का भी अवसर मिला। घर क्या है मानो संग्रहालय हो। तरह तरह की किताबो का संकलन,दीवारों पर टँगी तस्वीरें पूरे घर का माहौल उनके अध्यन प्रेमी औऱ उम्दा एक लेखक होने का सबूत दे देती हैं। फ्रैंक सर बहुत ही सहयोगी एवम शांत व्यक्तित्व के मालिक हैं। सोशलिस्ट फैक्टर पत्रिका के सम्पादक फ्रैंक सर का चर्चित नाटक " हिटलर इन लव विद मेडोना " भी छप कर तैयार है। आजकल उसे पढ़ रही हूँ। आप सभी को भी पढ़ना चाहिए।
फ्रैंक सर के साथ उनकी बिल्लियों का उल्लेख न हो तो लेख अधूरा रह जायेगा। कमाल की बात है फ्रैंक सर अपनी सारी बिल्लियों को उनके नाम से पुकारते हैं और बिल्लियां तुरन्त उनकी गोद मे आ जाती हैं।
लखनऊ दौरे के निष्कर्ष स्वरूप कह सकती हूँ कि अखिलेश जी से जो एक बार जो मिल लिया वो उनका मुरीद हो जाएगा। विरोधी भी उनके मित्रवत व्यवहार और सौम्य मुस्कान के आगे नतमस्तक हो जाएगा। फ्रैंक सर जैसे और भी लोग हो जाएं तो पार्टी कर छोटे छोटे कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ जाता है। 13 फरवरी 2018 का ये दिन हमेशा मेरे मष्तिष्क में सुखद स्मृतियों की तरह कैद रहेगा।
अंततः परिवार के सहयोग प्यार एवं मित्रो की सहानुभूति ओर विशवास मुझपर बनाये रखने के लिए विशेष आभारी रहूंगी।
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