मणिशंकर अय्यर से कांग्रेस ने किया किनारा

गुजरात चुनावों के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करने पर कांग्रेस की किरकिरी की वजह बने वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर से पार्टी ने किनारा कर लिया है। पार्टी की तरफ से कहा गया है कि मणिशंकर अय्यर को पार्टी की तरफ से बोलने का कोई अधिकार नहीं है। समाचार एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिक कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा- "उनकी (मणिशंकर अय्यर की) बातें खुद उनकी हैं, उन्हें पार्टी से निलंबित किया जा चुका है। उन्हें पार्टी की तरफ से बोलने का कोई अधिकार नहीं है।" बता दें कि मणिशंकर अय्यर ने गुजरात चुनावों के दौरान के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए 'नीच' शब्द का प्रयोग किया था, लेकिन बाद में उन्होंने माफी मांग ली थी। उन्होंने पीएम मोदी को असभ्य भी कहा था। पिछले साल दिसंबर में मणिशंकर अय्यर ने ये शब्द उस वक्त कहे थे जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में इंटरनेशनल बाबा साहब अंबेडकर सेंटर का उद्घाटन करने के बाद कहा था कि कांग्रेस ने एक परिवार को बढ़ाने के लिए बाबा साहब अंबेडकर के योगदान को दबाया।
पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए इशारों में कहा था कि वह आजकल भोले बाबा को याद कर रहे हैं। पीएम मोदी की इस बात पर मणिशंकर अय्यर ने कहा था- "ये आदमी बहुत नीच किस्म का आदमी है, इसमें कोई सभ्यता नहीं है और ऐसे मौके पर इस किस्म की गंदी राजनीति करने की क्या आवश्यकता है?" दरअसल, गुजरात चुनावों के दौरान राहुल गांधी ने भी अपने शिव भक्त होने के बारे में बताया था। राहुल के शिव भक्त बताने को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने उन पर तंज कसा था।
बता दें कि 2014 के आम चुनावों के वक्त भी मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी को 'चायवाला' कहा था। इसके बाद पीएम मोदी ने चायवाला कहे जाने पर कांग्रेस को तंज मारते हुए जवाब दिया था और उसके बाद अपने कई भाषणों में चायवाला होने की जज्बाती बातें कही थीं। उन्होंने चुनावी प्रचार के दौरान 'चाय पर चर्चा' नाम से सभा भी कराई थीं, जो कि हिट साबित हुईं। दोबारा से जब मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी के लिए अपशब्दों को इस्तेमाल किया तो एक बार फिर पीएम मोदी उस बात को चुनावी भाषण में भुनाने में सफल रहे थे। राजनीतिक पंडित यहां तक कहने लगे थे कि मणिशंकर अय्यर ने ऐसे समय बीजेपी और मोदी को फायदा पहुंचाने के लिए ही ऐसी बात बोली थी।