पश्चिम बंगाल: मुस्लिम परिवार के 14 लोगों ने अपनाया हिंदू धर्म

पश्चिम बंगाल में धर्मांतरण का मामला सामने आया है। कोलकाता में मुस्लिम समुदाय के एक ही परिवार के 14 सदस्यों ने हिंदू धर्म अपना लिया। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, राज्य में सक्रिय हिंदू संगठन 'हिंदू समहती' द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में सभी लोगों ने अपना धर्म बदला। संगठन के कार्यकर्ताओं ने पत्रकारों को धर्म बदलने वाले लोगों से बातचीत नहीं करने दी। इसकी कोशिश करने वाले मीडियाकर्मियों पर हमला कर दिया गया। मौके पर दर्जनों की तादाद में लोग मौजूद थे। सोशल साइटों पर इसको लेकर लोगों ने तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दी हैं। एक व्यक्ति ने ट्वीट किया, 'हिंदुओं को कितना बदनाम करेंगे ये लोग। क्या कोई विदेशों में मोदी से यह नहीं पूछता होगा कि भारत में ऐसे लोगों को आपने संरक्षण क्यों दे रखा है।' हबीब ने लिखा, 'दाल में कुछ काला है तभी तो पत्रकारों को बात करने से रोका गया।' एक अन्य व्यक्ति ने ट्वीट किया, 'यदि जबरन धर्मांतरण कराया गया होगा तो वे लोग जल्द ही फिर से इस्लाम कबूल कर लेंगे।' बहुत से लोगों ने हिंदू संगठन के काम का समर्थन भी किया है तो कुछ ने मीडिया पर भी सवाल उठाए हैं। उत्पल उपाध्याय ने ट्वीट किया, 'हिंदू समहती को सैल्यूट…यह बहुत ही महत्वपूर्ण है…जारी रखें।' शिबा नारायण ने लिखा, 'लाखों हिंदुओं का धर्म परिवर्तन करा कर उन्हें ईसाई बना दिया गया। मैंने एक भी पत्रकार को इसकी रिपोर्ट देते हुए नहीं देखा।' रोशन कुमार ने ट्वीट किया, 'पूरे उत्तर-पूर्व के लोगों को ईसाई बना दिया गया, लेकिन इसकी एक भी खबर नहीं आई।'
देश के विभिन्न हिस्सों से धर्मांतरण की खबरें आती रहती हैं। ईसाई मिशनरियों और हिंदू संगठनों पर जबरन धर्मांतरण के आरोप भी लगते रहे हैं। पिछले साल क्रिसमस के मौके पर मध्य प्रदेश के सतना जिले में एक ऐसा ही मामला सामने आया था। पुलिस ने जिले के एक गांव से 30 से ज्यादा पादरियों को हिरासत में ले लिया था। इनमें से एक पादरी को एंटी कन्वर्जन लॉ के तहत गिरफ्तार भी कर लिया गया था। उस वक्त एक स्थानीय व्यक्ति ने इलाके में पिछले दो वर्षों से मिशनरी के सक्रिय होने का आरोप लगाया था। धर्मांतरण को लेकर हिंदू संगठनों ने कथित तौर पर घर वापसी का अभियान भी चलाया था। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दलितों द्वारा धर्म परिवर्तन करने की कई घटनाएं पूर्व में सामने आ चुकी हैं। वर्ष 2016 में तमिलनाडु के दलितों ने एक मंदिर के कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेने पर कथित तौर पर इस्लाम धर्म अपनाने की धमकी दी थी। मीडिया रिपोर्टों में तकरीबन 200 दलितों द्वारा ऐसा करने की धमकी देने की बात कही गई थी। बता दें कि जबरन या प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तित कराना कानून अपराध है। ऐसा कराने वाले संगठन या व्यक्ति के खिलाफ कानूनी तौर पर कार्रवाई का प्रावधान है।