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उत्तर प्रदेश

सुंजवान आर्मी कैंप हमला: सेना की मदद के लिए आगे आए लोग, खिलाया खाना

सुंजवान आर्मी कैंप हमला: सेना की मदद के लिए आगे आए लोग, खिलाया खाना
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सुंजवान: जम्मू के बाहरी इलाके में स्थित सुंजवान आर्मी कैंप पर शनिवार तड़के जैश ए मोहम्मद के आतंकवादियों ने हमला कर दिया जिसमें दो जूनियर कमिशंड अधिकारी (जेसीओ) शहीद हो गए जबकि एक मेजर और और सैन्य कर्मी की बेटी समेत 9 लोग घायल हो गए. जवाबी कार्रवाई में देर शाम तक सेना ने ऑपरेशन में दो आतंकियों को मार गिराया. सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी की हुई है तथा सघन तलाशी अभियान जारी है. इलाके में अभी और आतंकी छिपे होने की आशंका है. इसी सैन्य शिविर पर 2006 में भी आतंकवादी हमला हुआ था, जिसमें 12 जवान शहीद और सात अन्य घायल हुए थे. उधर, स्थानीय लोगों भी सेना के जवानों की मदद के लिए आगे आए. उन्होंने जवानों के लिए भोजन व्यवस्था की.
जम्मू स्थित सेना के पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने बताया, ''आज तड़के सुरक्षा में तैनात पहरेदारों के साथ संक्षिप्त गोलीबारी के बाद कुछ आतंकवादी, सैन्यकर्मियों के परिवारों के रिहायशी इलाके की ओर चले गए.'' अधिकारी ने बताया, ''त्वरित प्रतिक्रिया बल के दलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी और कैंप के भीतर कुछ घरों में छिपे आतंकवादियों को एक तरफ कर दिया.'' उन्होंने कहा कि परिवारों को निकालने में एक जेसीओ शहीद हो गए जबकि महिला और बच्चे सहित छह लोग घायल हो गए. उन्होंने कहा, ''आवासीय कॉलोनी में महिला और बच्चों की मौजूदगी के कारण बहुत सावधानी से अभियान चलाया गया ताकि कम से कम हताहत हों.''
सैन्य अधिकारियों ने बताया कि मेजर को उधमपुर के एक अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी स्थिति नाजुक बनी हुई थी. आतंकवादियों की वास्तविक स्थिति का पता लगाने के लिए सेना के हेलिकॉप्टरों और ड्रोनों की सहायता ली जा रही है. सैन्यकर्मियों ने बुलेटप्रूफ वाहनों से कैंप के पीछे के हिस्से में आवासीय क्वार्टर से लोगों को निकाला. अधिकारियों ने बताया कि बचाव अभियान पूरा होने के बाद छिपे हुए आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की जाएगी. चारदीवारी के बाहर अर्द्धसैन्य बल सीआरपीएफ और पुलिसकर्मियों की टुकड़ियां तैनात की गयी है और आसपास नजर रखी जा रही है ताकि कोई हताहत न हो.
अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों की सटीक संख्या का पता नहीं चला है लेकिन कैंप के भीतर चार से पांच आतंकवादी होने की आशंका है. पुलिस महानिरीक्षक एस डी सिंह जामवाल ने यहां संवाददाताओं को बताया, ''सुबह करीब चार बजकर 55 मिनट पर संतरी ने संदिग्ध गतिविधि देखी और तभी उसके बंकर पर गोलीबारी की गई। संतरी ने इस गोलीबारी का माकूल जवाब दिया. आतंकवादियों की संख्या के बारे में जानकारी नहीं है। आतंकियों की घेराबंदी कर ली गई है.''
सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि हमले के फौरन बाद सेना के विशेष बलों और विशेष अभियान दल के अतिरिक्त बलों को मौके पर भेजा गया और भारी गोलीबारी के बीच पूरे इलाके की घेराबंदी की गई. अधिकारियों ने एहतियाती कदम के रूप से शिविर के आसपास के सभी स्कूलों को आज बंद रखने का आदेश दिया है. जम्मू में हाईअलर्ट घोषित किये जाने के साथ ही आसपास के इलाकों में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है. खुफिया एजेंसियों ने अफजल गुरू की बरसी पर जैश ए मोहम्मद द्वारा सुरक्षा प्रतिष्ठानों को निशाना बनाये जाने को लेकर पहले ही चेतावनी जारी की थी. अफजल गुरू को नौ फरवरी 2013 को फांसी दी गई थी. मंत्री ने इससे पहले सदन को बताया था कि घायलों में सेना के एक अधिकारी, हवलदार अब्दुल हमीद, लांस नायक बहादुर सिंह और दिवंगत सूबेदार चौधरी की बेटी शामिल हैं.
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