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एलडीए ने लेडी भूमाफिया हाजरा खातून को खदेड़ खाली कराये 104 व्यावसायिक प्लॉट
BY Anonymous10 Feb 2018 11:40 AM GMT

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Anonymous10 Feb 2018 11:40 AM GMT
लखनऊ : अलीगंज पुराना हनुमान मंदिर के पीछे एलडीए के 104 व्यावसायिक भूखंडों पर कब्जा करने वाली लेडी भूमाफिया से शनिवार को एलडीए ने जमीन खाली करा ली। लेडी भूमाफिया ने एलडीए की इस करोड़ों रुपये की जमीन पर करीब 40 सालों से कब्जा कर रखा था। इसमें झुग्गी-झोपड़ी बसाकर इनसे हर महीने लाखों रुपया किराया वसूलती थी। इसमें उसकी मदद किसान यूनियन की नेता सावित्री भी कर रही थी।
विरोध पर पुलिस हुई सख्त : शनिवार को इसे हटाने पहुंचे पुलिस व एलडीए अधिकारियों को इनके विरोध का सामना करना पड़ा, लेकिन अधिकारी पूरी तैयारी के साथ आये थे। लिहाजा विरोध करने वालों को पीएसी व पुलिस ने दौड़ाकर पीटा। किसान यूनियन की नेता सावित्री को पुलिस थाने ले गई।
नहीं मिल पा रहा था कब्जा : अलीगंज के पुराने हनुमान मंदिर के पीछे एलडीए ने 104 व्यावसायिक भूखंड विकसित किए थे। एलडीए ने जमीन अधिग्रहित कर यहां भूखंड बेचे थे। 104 भूखंडों में से 68 भूखंड एलडीए आवंटियों को बेच भी चुका है। इसमें से 12 लोगों ने रजिस्ट्री भी करा रखी है, लेकिन लेडी भूमाफिया हाजरा खातून लोगों को उनके निर्माण नहीं होने दे रही थी। कई आवंटियों ने प्रयास किया तो उन्हें मारपीट कर खदेड़ दिया। एलडीए के नजूल अधिकारी विशेषण मिश्रा का कहना है कि लेडी भूमाफिया हाजरा खातून ने ही यहां की पूरी जमीन पर अवैध कब्जा कराया। उसी की वजह से लोगों को उनके प्लाट का कब्जा नहीं मिल पा रहा था। उन्होंने बताया कि उसका सहयोग किसान यूनियन के नेता सावित्री भी कर रही थी।
अब तैनात रहेगी पीएसी : इन सब हालात के बीच जब एलडीए के दस्ते ने कार्रवाई शुरू की तो यहां विरोध शुरू हो गया। लेडी भूमाफिया हाजरा खातून के साथ सावित्री भी विरोध करने लगगई। उनके साथ यहां झुग्गी झोपड़ी बनाकर रहने वाले दर्जनों लोग भी खड़े हो गए। वह पहले की तरह दस्ते को भगाने पर लगे हुए थे, लेकिन प्राधिकरण के अधिकारियों ने काफी मजबूत तैयारी कर रखी थी। नजूल अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा के अलावा संयुक्त सचिव महेंद्र मिश्रा व तहसीलदार राजेश शुक्ला सहित तमाम पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मौके पर मौजूद थे। अधिकारियों ने 4 ट्रक पीएसी भी बुला रखी थी। लोगों ने जैसे विरोध शुरू किया पुलिस और पीएसी ने लाठियां लेकर दौड़ना शुरू कर दिया। इसके बाद जो पकड़ में आया उसे पुलिस ने धुना। बाद में दस्ते ने सारी झोपड़ियां ध्वस्त कर दीं। इसका मलवा हटाने का काम शुरू कर दिया। अपराह्न तक काफी मलवा हटा दिया गया। नजूल अधिकारी ने बताया कि यहां पीएसी का कैंप तब तक लगा रहेगा, जब तक बाउंड्री वाल नहीं बन जाएगी।
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