सरकार के दो मंत्रियों के बीच जोर आजमाइश
BY Anonymous9 Feb 2018 2:12 PM GMT

X
Anonymous9 Feb 2018 2:12 PM GMT
पूर्वांचल में बड़ी तादात में राजभर वोटों पर कब्जेदारी को लेकर प्रदेश सरकार के मंत्रियों के बीच तलवारें खींच गई हैं। समाज का अगुआ बनने के लिए 18 फरवरी को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (भासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर सकलडीहा में तो भाजपा के अनिल राजभर गाजीपुर के जखनिया में रैली कर अपनी ताकत दिखाएंगे। दोनों नेताओं की ओर से रैली को लेकर कई दिनों से तैयारी चल रही है। इस रैली के जरिए यह तय हो जाएगा कि राजभर समाज किसके साथ है? बहरहाल दोनों मंत्रियों के बीच समाज का अगुआ बनने के लिए जुबानी जंग जारी है।
प्रदेश सरकार में ओमप्रकाश राजभर पिछड़ावर्ग विकलांग कल्याण मंत्री हैं तो बीजेपी के अनिल राजभर होमगार्ड एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री। पिछले दिनों ओमप्रकाश राजभर ने बनारस में अति पिछड़ा-अति दलित भागीदारी रैली कर बीजेपी को खुली चुनौती दी थी। साथ ही यह संदेश दिया कि पूर्वांचल का राजभर समाज भासपा के साथ है। उन्होंने प्रदेश सरकार पर दलितों-पिछड़ों के अधिकार में कटौती करने का आरोप लगाया और यहां तक कहा था कि सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो मंत्री पद से इस्तीफा देने के साथ ही सरकार से अपना गठबंधन तक तोड़ने में पीछे नहीं हटेंगे।
ओमप्रकाश राजभर के बयान को लेकर बीजेपी के कई मंत्रियों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की तो ओमप्रकाश राजभर ने अनिल राजभर के गृह जनपद चंदौली के सकलडीहा में 18 फरवरी को राजभरों की बड़ी रैली का ऐलान कर दिया है। रैली को सफल बनाने के लिए भासपा की ओर से ब्लाक स्तर पर तैयारी चल रही है। वहीं बीजेपी के मंत्री अनिल राजभर ने उसी दिन गाजीपुर के जखनियां में पोल खोल रैली का ऐलान किया है। यह रैली भासपा के राष्टीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को चुनौती देने के लिए रखी गई है।
बकौल अनिल राजभर, कुछ लोग राजभर समाज को गुमराह करके अपनी जागीर समझने लगे हैं। ऐसे लोग सरकार मंे मंत्री भी हैं और सरकार पर ही सवाल खड़े कर रहे हैं। जबावदेही के बजाए भाग रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ पोल खोल रैली का आयोजन न केवल गाजीपुर में बल्कि पूर्वांचल के हर जिले मंे किया जाएगा। वहीं सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर का कहना है कि 14 साल समाज में रहा हूं। अनिल राजभर यदि समाज के नेता बनते हैं तो भाजपा को हटा लें और कोई कार्यक्रम करा लें। पता चल जाएगा कि राजभर समाज किसके साथ है। बहरहाल, आने वाले दिनों मंे दोनों मंत्रियों के बीच चल रही जुबानी जंग में राजभर समाज किसके साथ होगा यह तो रैली में ही तय हो जाएगा।
Next Story