ओवैसी के बयान पर साथ आए मुस्लिम धर्मगुरु
BY Anonymous7 Feb 2018 1:10 PM GMT

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Anonymous7 Feb 2018 1:10 PM GMT
एआईएमआईएम के नेता असद्दुद्दीन ओवैसी के हिन्दुस्तानी मुसलमानों पर दिए बयान पर मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी सहमति जताई है. चाहे वह सुन्नी धर्मगुरु हों या शिया धर्मगुरु सभी ने ओवैसी के बयान का समर्थन करते हुए मांग की है कि हिन्दुस्तानी मुसलमानों को पाकिस्तानी या पाकिस्तान कहे जाने के खिलाफ सख्त कानून बनना चाहिए. बता दें कि एआईएमआईएम के नेता असद्दुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि बार-बार हिन्दुस्तानी मुसलमानों को पाकिस्तानी कहे जाने और पाकिस्तान चले जाने जैसे बयानों पर कानून बनाए जाने की जरूरत है.
इस बात की वकालत धार्मिक मौलानाओं ने भी की है. लखनऊ में ईदगाह के ईमाम और सुन्नी मुस्लिम धर्म गुरू मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली कहते हैं कि हिन्दुस्तानी मुसलमानों को बार-बार पाकिस्तान से जोड़ा जाता है. उन पर इल्जाम लगाया जाता है, जिससे हर हिन्दुस्तानी मुस्लमान को दिली तौर पर तकलीफ होती है. उन्होंने कहा कि इसलिए इस मसले में सख्त कानून बनाए जाने की दरकार है. जो लोग इस तरह के इल्जाम लगाते हैं, उन पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए.
वहीं शिया धर्म गुरू अली हुसैन कहते हैं कि इस तरह के बयान दे कर लोग देश का माहौल बिगाड़ना चाहते हैं. उन पर इन पर कार्रवाई होनी चाहिए. यह मुल्क हम सभी का मुल्क है. यहां कोई ठेकेदार नहीं है. न ये मुल्क हिंदुओं का है, न मुसलमानों का है, ये इंसानों का मुल्क है. ऐसा बयान देने वाले नेताओं भी सख्ती बरती जानी चाहिए.
बता दें असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में इस बात को रखा कि भारत में मुसलमानों को पाकिस्तानी कहा जाता है. उन्होंने ऐसे लोगों के लिए सजा की मांग की जो भारतीय मुसलमानों को पाकिस्तानी कहते हैं. ओवैसी ने तो यहां तक कह दिया कि मुस्लिमों को तिरंगा तक नहीं फहराने दिया जा रहा है. मोदी सरकार से मांग करते हुए ओवैसी ने भारतीय मुसलमानों को पाकिस्तानी कहने वालों के खिलाफ कानून बनाने की वकालत की और कहा कि ऐसे लोगों को 3 साल तक की सजा हो. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि उनकी मांग मानी नहीं जाएगी और सरकार ऐसा कोई कानून नहीं बनाएगी.
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