Janta Ki Awaz
उत्तर प्रदेश

देश में गाय के नाम पर हो रहे अत्याचार रोकने के लिए गाय को घोषित करे 'राष्ट्रीय पशु'- मौलाना अरशद मदनी

देश में गाय के नाम पर हो रहे अत्याचार रोकने के लिए गाय को घोषित करे राष्ट्रीय पशु- मौलाना अरशद मदनी
X
सहारनपुर । देश में गाय के नाम पर हो रहे अत्याचर रुकने के नाम नही ले रहे है। हाल ही में कथित गौरक्षको की गुंडागर्दी की वजह से कई लोगों को अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ा है। इन मामलों में सबसे अधिक मुस्लिम और दलित निशाना बने है। हालाँकि राज्य और केंद्र सरकार ऐसी तत्वों से सख़्ती से निपटने की बात कह चुकी है लेकिन सब हवाई ही लग रहा है क्योंकि अत्याचार करने वालों के मन में क़ानून को लेकर कोई भय ही नही है।

ऐसे में मुस्लिम समुदाय के कुछ धर्मगुरु सामने आए है। उन्होंने सरकार से गौहत्या पर प्रतिबंध लगाने की माँग की है। लेकिन यह सम्भव नज़र नही आता। क्योंकि देश के कई राज्यों में गौमांस पर प्रतिबंध नही है। इनमे भाजपा शासित भी कई राज्य है। बरहाल अब मुस्लिम धर्मगुरुओं की तरफ से एक नई माँग की गयी है। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की माँग की है।

सहारनपुर में न्यूज़ एजेन्सी एएनआइ से बात करते हुए उन्होंने कहा,' देश में गोहत्या को लेकर आए दिन माहौल बिगड़ रहे हैं। इस मसले को लेकर कई हत्याएं हो चुकी हैं। गाय और इंसान दोनों को सुरक्षित रखने के लिए गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित किया जाना चाहिए।

गाय को लेकर चल रहे विवाद के बीच उत्तर प्रदेश के सहानपुर में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की मांग की है। उन्होंने कहा,' देश में गाय को लेकर हो रहे अत्याचार रोकने के लिए यह कदम उठाया जाना जरूरी है। असम, झारखंड, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में गाय की वजह बवाल हो रहा है, जिसमें विशेषकर मुसलमान और दलितों को भी मारा और पीटा गया है।'

मदनी ने आगे कहा,' मैं कहता हूं कि हमें अपने मुल्क के लोगों के जज्बातों से नहीं खेलना चाहिए और गायों को महफूज रखने के लिए गाय को राष्ट्रीय पशु का दर्जा दिया जाना चाहिए। मैंने पहले भी धर्मगुरुओं के सामने यह बात रखी थी की गौमांस बेचने वाला और ख़रीदने वाला, दोनो मुजरिम होंगे। गाय के नाम पर बेक़सूरो की हत्याओं से हिंदुस्तान की छवि भी ख़राब हो रही है। गाय के राष्ट्रीय पशु घोषित होने से इस तरह की हिंसाओ पर रोक लग सकेगी।'
Next Story
Share it