Home > राज्य > उत्तर प्रदेश > विश्वनाथ मंदिर: 20 फीट चौड़ा रास्ता बनाने के विरोध में सड़कों पर उतरी जनता
विश्वनाथ मंदिर: 20 फीट चौड़ा रास्ता बनाने के विरोध में सड़कों पर उतरी जनता
BY Anonymous4 Feb 2018 12:57 PM GMT

X
Anonymous4 Feb 2018 12:57 PM GMT
काशी विश्वनाथ मंदिर के विस्तार के लिए बनी योजना के खिलाफ क्षेत्रीय नागरिकों के विरोध के स्वर उठने लगे है। रविवार को प्राचीन नीलकंठ मंदिर के अहाते में क्षेत्रीय नागरिक व वरिष्ठ पत्रकार पदमपति शर्मा के नेतृत्व में जुटे नागरिकों ने समवेत स्वर में शपथ ली कि हम अपने पुरखों के बनाए भवनों और विरासत को नहीं छोड़ेंगे और जरूरत पड़ी तो प्राणों की आहुति भी देंगे।
वरिष्ठ पत्रकार पदमपति शर्मा ने कहा कि केंद्र की मोदी और यूपी की योगी सरकार भले ही कह रही कि सांस्कृतिक विरासत को छेड़े बिना काशी का विकास होगा, लेकिन काशी विश्वनाथ न्यास परिषद के अधिकारी ऐसा नहीं कर रहे। इसका प्रमाण काशी विश्वनाथ मंदिर के विस्तार के लिए बनी योजना से सामने आया है। विश्वनाथ मंदिर परिधि के अंतर्गत आने वाली पुराने मंदिर और धरोहरों को नष्ट किया जा रहा है।
सभा को सम्बोधित करते हुए क्षेत्रीय नागरिक व पूर्व पार्षद दिलीप यादव ने कहा 480 करोड़ की योजना में बाबा विश्वनाथ को गंगा दर्शन कराने के नाम पर हजारों साल की सांस्कृतिक विरासत को विध्वंस नहीं होने दिया जाएगा।
सभा में क्षेत्रीय नागरिक केदारनाथ व्यास, कृष्ण कुमार शर्मा, शशिधर इस्सर, राजकपूर, छांगे गुरु, सुनील मल्होत्रा, सन्तोष शर्मा, सोनू कपूर, मदन यादव, बबलू गुरु ने भी अपने विचार रखें। सभा के समापन के पश्चात क्षेत्रीय नागरिकों ने बांह पर काली पट्टी बांधकर जुलूस निकाला। जुलूस नीलकण्ठ मंदिर से निकलकर लाहौरी टोला होते हुए सरस्वती फाटक पर जाकर समाप्त हुआ।
Next Story