नोएडा में फर्जी एनकाउंटर नहीं, बहस के दौरान दरोगा से चली गोली

नोएडा में पुलिस द्वारा एक युवक को गोली मारे जाने को लेकर बढ़ते विवाद के बाद डीजीपी मुख्यालय ने सफाई देते हुए फर्जी एनकाउंटर की बात को खारिज किया है. यूपी के अपर पुलिस महानिदेशक आनंद कुमार ने बताया कि दरअसल डीजे बजने की शिकायत पर दरोगा जांच करने के लिए मौके पर गए थे. यहां बहस के दौरान दरोगा से गोली चली. एसएसपी नोएडा से पूरे मामले में रिपोर्ट मांगी गई है. आरोपी दरोगा के खिलाफ हत्या के प्रयास की रिपोर्ट दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.
उधर मामले में नोएडा के एसएपी लव कुमार ने बताया कि 4 पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. दरोगा की सर्विस रिवॉल्वर को सीज कर दिया गया है. दरोगा को जेल भेज दिया गया है.
उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच में ये व्यक्तिगत शत्रुता का मामला लग रहा है. जांच के दौरान पता चला है कि ट्रेनी दरोगा पीड़ित के बड़े भाई को पहले से जानता था.
उन्होंने कहा कि उसे जेल भेजने के साथ ही मामले में तीन अन्य पुलिसकर्मियों जिनमें एक दरोगा और दो कांस्टेबल शामिल हैं, उनकी भी जांच की जा रही है. चारों निलंबित रहेंगे. एसएसपी ने कहा कि ये इनकाउंटर का मामला नहीं है. हम मामले की जांच कर रहे हैं. स्टाफ ने उन्हें बताया कि जिस शख्स को गोली लगी, उसकी दरोगा के साथ कुछ बहस हुई थी. जिसके बाद दरोगा ने उसे गोली मार दी.
बता दें कि नोएडा में एक युवक को पुलिस द्वारा गोली मारे जाने की घटना को लेकर विवाद बढ़ता दिख रहा है. घायल युवक को अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां उसकी हालत अभी गंभीर बनी हुई है. इस घटना के बाद परिजनों में पुलिस को लेकर काफी गुस्सा है. उनका कहना है कि युवक अपनी कार से घर लौट रहा था, तभी पुलिस ने फर्जी मुठभेड़ में गोली मार दी.
मामला नोएडा सेक्टर-122 का है. पुलिस की गोली से घायल हुए युवक के भाई सुशील ने बताया कि गाजियाबाद से 4 लड़के कार से सगाई की रस्म से वापस नोएडा लौट रहे थे. तभी रास्ते में चेकिंग के दौरान सब इंस्पेक्टर विजय दर्शन ने उन्हें रोका और फर्जी मुठभेड़ दिखाने के मकसद जितेंद्र यादव को गोली मार दी. वहीं कार में मौजूद उसके दूसरे साथी किसी तरह बचकर उनके घर तक आए.
सुशील के मुताबिक, उन लोगों ने बताया कि पुलिस ने जितेंद्र को गोली मार दी है. उसके बाद से वे डरकर कहीं चले गए हैं. उनका अभी कुछ पता नहीं है. पुलिस ने इन लोगों को गोली क्यों मारी इसके बारे में अभी हमलोगों को कुछ पता नहीं चल पाया है.
बाद में मौके पर पहुंचे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) लव कुमार ने कहा कि इस घटना के दोषी पाए जाने पर अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उसमें दोषी चाहे पुलिस वाला ही क्यों न हो. उस पर भी कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.