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उत्तर प्रदेश

अगर द्रौपदी चीरहरण कांड आज के जमाने में हुआ होता तो फिर हमारे न्यूज़ चैनलों कि रिपोर्टिंग कैसी होती

अगर द्रौपदी चीरहरण कांड आज के जमाने में हुआ होता तो फिर हमारे न्यूज़ चैनलों कि रिपोर्टिंग कैसी होती
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"द्रौपदी चीरहरण लाइव रिपोर्टिंग फ्रॉम हस्तिनापुर"
सभी दर्शको को गजब शर्मा का नमस्कार। मै हूँ नौ बजे के प्राइम टाइम के साथ और आपको लिए चलता हूँ हस्तिनापुर जहाँ आज दिन भर पांडवो और कौरवो के बीच जुआ चलता रहा। वहाँ के दिन भर के पूरे घटनाक्रम का सीधा प्रसारण हमारे चैनल ने सबसे विश्वसनीय रूप से किया। अभी हमारे साथ जुड़ रहे है विक्रांत-
"कहिये विक्रांत ताजा स्थिति क्या है वहाँ की?" गजब शर्मा।
"गजब! यहाँ का माहौल बहुत ही टेंस हो गया है क्योकि पांडव लोग दाव में द्रौपदी को हार गए है"
"आय!" कहते हुए गजब शर्मा अपनी सीट से उछल पड़ते है "क्या बात कर रहे है?"
"बात अविश्वसनीय है परन्तु है बिलकुल सत्य गजब। धर्मराज युद्धिष्ठिर ने शकुनी के बहकावे में आकर द्रौपदी को दाव पे लगा दिया। राज पाठ तो वे पहले ही हार गए थे। "
(गजब शर्मा बैकग्राउंड में बैठे एडिटर से) अरे ब्रेकिंग न्यूज़ बदलो। राजपाठ के साथ पांडव द्रौपदी को भी हारे। ये कैप्शन चलाओ।
"हां तो विक्रांत अब वहाँ की क्या स्थिति है? कैसे हालात है वहाँ के?"
"हालात तनावपूर्ण पर नियंत्रण में है। दोनों तरफ के धुरंधर लड़ने के लिए उतावले हो रहे है पर वरिष्ठ लोग युद्ध को टाले हुवे है। भीष्म, द्रोणाचार्य, कृपाचार्य, विदुर, सारे लोग इस प्रयास में है कि युद्ध ना हो जाए"
"मतलब सबसे ज्यादा उग्र कौन है? कौन ज्यादा आक्रामक है?"
"द्रौपदी को हांरने के बाद वैसे तो सभी पांडवो भाइयो का गुस्सा सातवे आसमान पर है पर महा बलशाली भीम सबसे क्रोधित है। वो इस हार को शकुनि और कौरवो का छल कह रहे है।"
"अब आगे क्या होने वाला है?"
"अब कुछ ही देर में द्रौपदी का चीर हरण होगा। दुशाषन चीर हरण की तैयारी कर रहा है।"
"ठीक है विक्रांत हम आपसे कुछ देर में फिर जुड़ेंगे चीरहरण के लाइव टेलीकास्ट के लिए।"
"तो साथियों ये था हस्तिनापुर का ताजा सूरतेहाल। अभी हम ब्रेक के लिए विदा लेते है। जैसे ही चीरहरण शुरू होगा हम फिर हाज़िर होगे।"
उधर एक दुसरे चैनल पर-
दोस्तों नमस्कार। प्राइम टाइम के आपका स्वागत है। मै हूँ काविश कुमार। जैसा की आप ब्रेकिंग न्यूज़ में देख ही रहे है कि पांडव अपने राजपाठ के साथ द्रौपदी को भी जुए में हार गए है। दोस्तों जुआ खेलना शरू से ही ख़राब बात रही है और इसका अंजाम ख़राब ही होता है। आज ये एक बार फिर साबित हो गया। नारी अराधनीय है, पूज्यनीय है, दुर्गा है, काली है पर आज पता चला कि नारी वो अबला है जिसे पुरुष अपने आनंद के लिए दाव पर भी लगा सकते हैं। आखिर क्या हक़ है धर्मराज को कि वे एक नारी को अपने जुए की लत के लिए दाव पर लगाये। आज हम महिला सशक्तिकरण की बात करते है। महिलाओ के बढ़ते प्रभाव की बात करते है पर क्या वाकई में ये सच है ? क्या आधुनिक नारी की स्थिति में कोई बदलाव आया है। वो कल भी जुए के हारी जा रही थी और आज भी। इन्ही कुछ सवालो के जबाब ढूढने की कोशिश करेंगे हम आज के प्राइम टाइम में।
देश के सबसे बड़े अंग्रेजी चैनल पर -
गुड इवनिंग फ्रेंड्स - आई ऍम बकबक गोस्वामी इन न्यूज़ ऑवर टुनाइट एंड द बिग डिबेट टुनाइट - who had given right to dharmaraj to bet द्रौपदी।
दोस्तों चुकी आज का विषय पूरे देश से जुड़ा हुआ है इसलिए मै ये कार्यक्रम हिंदी में करूंगा but डॉन't forget we are the number one इंग्लिश न्यूज़ चैनल -
धर्मराज को द्रौपदी को दाव पे लगाने का अधिकार किसने दिया था ? क्या पत्नी किसी की निजी सम्पति है जिसे दाव पे लगाया जाय ? क्या इस घृणित पाप के लये धर्मराज और उनके बाकी भाइयो को फ़ासी देनी चाहिए? थोड़ा कानून की जानकारी देते हुए हम आपको बता दे कि जुआ खेलने के जुर्म के कौरवों और पांडवो पर ipc की धारा . . . . बनती है और उन्हें अधिकतम सजा दस साल कैद और सौ करोड़ रूपये जुरमाना हो सकता है। इन्ही कुछ सवालो के जबाब के लिए हमने अपने कार्यक्रम में बुलाया है मेजर जनरल p डी बख्शी, स्टॉक मार्किट एक्सपर्ट, निकेश रुन्झुल्वाला, पाकिस्तान मामलो के जानकार, संकर्सन एंड . . ...
इधर ktp न्यूज़ चैनल पर -
दोस्तों आज का दिन इतिहास में दर्ज हो गया। देश दुनिया के तमाम तरह के खेल है और हार जीत चलती रहती है पर किसी खेल में अपनी पत्नी को हार जाना और और वो भी राजा द्वारा ऐसा उदाहरन आज तक नहीं था। जुए में पांडवो की हार और कौरवों के द्रौपदी जीत पर हमने एक विशेष कार्यक्रम रखा है। हमारे साथ मौजूद है खेल एक्सपर्ट बकलोल काम्बली और निर्लज्ज प्रभाकर क्योकि हम आज की घटना को अलग नजरिये से देख रहे है। जहाँ बाकी चैनल वाले इसे राजनितिक घटना मान रहे है हम इसे एक बड़ी खेल घटना मान रहे है क्योकि दुनिया के विभिन्न हिस्सो में जुआ खेल के रूप में खेला जाता है। हमरा नजरिया ही हमें दुसरो से अलग और खास बनाता है। इसलिए हम हमेशा सबसे आगे रहते है। सबसे विश्वसनीय और सबसे अलग देखने के लिए आप देखते रहिये ktp न्यूज़ चैनल।
"हा तो बकलोल काम्बली आप इस परिणाम को कैसे देखते है? एक तो आप पुरस्कार में अपनी बीबी को दाव पर रखते है और उसे हार जाते है? ये कैसा सन्देश देगी पूरे खेल जगत में?"
"नहीं मै कहूँगा की जो हुआ अच्छा नहीं हुआ। पांडवो ने द्रौपदी नहीं हारनी चाहिए थी। पर मुझे लगता है कि आज के परिणाम में टॉस ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
"निर्लज्ज जी आपका क्या ख्याल है?"
"एक तरह से आज का परिणाम एक गलत उदाहरन पेश करेगा और अब खेल में लोग पैसे के जगह औरतो को दाव पर लगाना चालू कर देंगे। मेरी समझ से ये अच्छा नहीं हुआ "
"मै आप लोगो को बीच में ही रोकूंगा। ब्रेकिंग न्यूज़ आ रही है हस्तिनापुर। वहा चीरहरण चालू हो गया है। लाइव टेलीकास्ट के लिए मै आपको ले चलता हूँ हस्तिनापुर।
"हा तो विजय क्या स्थिति है वहाँ की?"
"किशोर मै आपको बताना चाहूँगा? पिछले पाच मिनट से दुशाषन चीरहरण कर रहा है। "
"ओह तब तो द्रौपदी का हाल बहुत बुरा होगा।"
"बिलकुल किशोर। वो लज्जा से गड़ी जा रही है। पर अभी तक उसकी लाज उस साडी ने बचा रखी है। वो खत्म ही नहीं हो रही है।"
ब्रेकिंग न्यूज़। द्रौपदी की साड़ी ख़तम ही नहीं हो रही है। दुशाषन खीचते खीचते पसीने से लथपथ।
"विजय क्या कुछ पता चल पाया है कि द्रौपदी ने जो साड़ी पहन रखी है उसे किस कंपनी ने बनाया है। वो किस चीज की है। आखिर इसके इतने बड़े और टिकाऊ होने की क्या वजह है। "
"नहीं किशोर। अभी हमारा सारा फोकस चीरहरण पर है। मौका मिलते ही आपको उसके बारे में अपडेट दूंगा। "
सारे न्यूज़ चैनेल पर चीर हरण की ब्रेकिंग न्यूज़ एक हफ्ते से चल रही है। कितने सारे मेहमान टीवी स्टूडियो में जा चुके और कितने आ चुके। सबकी बकबक खत्म हो गयी है पर साड़ी अभी भी द्रौपदी के शरीर पर है।
"भाई ये साडी उतरेगी भी या नहीं?" फ्रसट्रेट होकर न्यूज़ एंकर एक एक्सपर्ट से पूछता है 'अब मै थक गया हूँ ये कार्यक्रम करते करते।"
"तुम इतने में ही थक गए महोदय। नारी का चीरहरण पुरुष सदियों से कर रहे है। चीर हरण करने वाले निर्लज्ज तो कभी नहीं थके। वो तो भला हो उस साडी का जिसने औरतो की इज्जत बचा रखी है या बचाने के लिए संघर्ष करती है। क्या कभी तुम ये देख कर थके? तुम तो हमेशा ऐसी घटनाओ से ब्रेकिंग न्यूज़ बनाते रहे। तुमको नारी के चीरहरण से कुछ लेना देना नहीं है। तुम्हे तो बस चाहिए ब्रेकिंग न्यूज़ और trp"
डिस्क्लेमर- कभी कभी मै हिंदी भी लिखता हूँ.



धनंजय तिवारी
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