मुरादाबाद क्षेत्र वासियों को रास नहीं आए हाई प्रोफाइल सांसद

मुरादाबाद बिलारी। विधानसभा बिलारी क्षेत्र के मतदाताओं ने हाई प्रोफाइल सांसद के कार्यकाल का स्वाद तो नहीं चखा है। लेकिन पड़ोस की तहसीलों ने हाई प्रोफाइल सांसद का कार्यकाल देखा। उसके परिणाम संतोषजनक नहीं रहे या कहा जाए तो उन्हें मजबूरन भुगतना पड़ा है। इस कार्यकाल में उन्होंने स्वयं को ठगा सा महसूस किया है।
बिलारी क्षेत्र का सौभाग्य ही कहा जाएगा कि जब संभल सीट से हाई प्रोफाइल नेता लोकसभा का चुनाव जीतकर सांसद बने तब बिलारी विधानसभा मुरादाबाद संसदीय क्षेत्र में शामिल थी। इसी तरह जब मुरादाबाद सीट से सुपर वीआईपी भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन सांसद चुने गए। तब बिलारी विधानसभा क्षेत्र को संभल लोकसभा सीट से जोड़ दिया गया था।
हाई प्रोफाइल सांसद चुने जाने का खामियाजा जिस तरह वहां के मतदाताओं ने उठाया उसे वह शब्दों में बयान नहीं कर सकते। हाई प्रोफाइल सांसद अपने क्षेत्र के लोगों की पहुंच से हमेशा दूर रहे हैं। अब तो ऐसे क्षेत्र के मतदाता संकल्प सा कर चुके हैं कि किसी भी पार्टी के हाई प्रोफाइल नेता को अपने क्षेत्र की लोकसभा सीट से सांसद चुनकर नहीं भेजेंगे।
राजनीति के जानकार बताते हैं कि सपा भी उक्त मामले से सबक ले चुकी हैं । सपा ने संभल लोकसभा सीट से किसी हाई प्रोफाइल नेता को चुनाव मैदान में उतारने से कतरा रही है क्योंकि क्षेत्र के कार्यकर्ता ही किसी हाई प्रोफाइल नेता को लोकसभा की संभल सीट से उतारे जाने के पक्ष में दिखाई नहीं देते। इसका कारण बताया जाता है कि हाई प्रोफाइल सांसद एक या दो स्थानीय नेता को अपने प्रतिनिधि के रूप में नियुक्त कर देते हैं। परिणाम यह देखा गया है कि कर्मठ कार्यकर्ता भी सांसद प्रतिनिधि की मनमानी का शिकार होते रहे हैं।
अब जबकि लोकसभा चुनाव की आहट सुनाई देने लगी है । सभी राजनीतिक दल प्रत्याशी के चयन की तैयारी में जुटे हैं । भाजपा भी इसकी तैयारी में है ऐसी ही कोशिश बसपा में भी चल रही है। सपा अभी कशमकश में है किसी हाई प्रोफाइल नेता के प्रस्ताव पर बताते हैं पार्टी में चर्चा हुई है। लेकिन स्थानीय नेता पर ही आकर नजरें टिक गई है। संभल लोकसभा सीट से अब तक के दावेदारों में प्रधान संगठन के संरक्षक हाजी मोहम्मद उस्मान एडवोकेट की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। इन के पक्ष में लोकसभा सीट से स्थानीय नया चेहरा होना ग्रास रूट यानी जमीनी नेता व कर्मठ कार्यकर्ता होना बताया जा रहा है...
. रिपोर्ट वारिस पाशा जनता की आवाज से बिलारी मुरादाबाद