Janta Ki Awaz
उत्तर प्रदेश

शुरू हो गए हैं सूतक, प्रभावशाली है ये चंद्रग्रहण, राहू, केतू, बुध और सूर्य की दृष्टि है चंद्रमा पर, पढ़ें उपाय

शुरू हो गए हैं सूतक, प्रभावशाली है ये चंद्रग्रहण, राहू, केतू, बुध और सूर्य की दृष्टि है चंद्रमा पर, पढ़ें उपाय
X
संवत 2074 माघशुक्ल पूर्णिमा यानी आज साल का पहला प्रभावशाली चंद्रग्रहण होगा। चंद्रमा तीन रंगों में दिखेगा। 1866 के बाद यह अद्भुत चंद्रग्रहण पड़ेगा। इस साल पांच ग्रहण होंगे। इसमें तीन सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण होंगे। खगोलीय दृष्टि से बुधवार को पड़ने वाला चंद्रग्रहण काफी अहम है। चंद्रग्रहण के समय चंद्रमा का रंग लाल, नीला और सफेद होगा। इसकी अवधि भी तीन घंटे 24 मिनट होगी। बुधवार होने से भी चंद्रग्रहण को सभी राशियों के लिए काफी असरदार माना जा रहा है। बुध, चंद्रमा के पुत्र हैं। पिता और पुत्र दोनों के लिए ही संकट की घड़ी है।
चंद्रग्रहण का समय
बुधवार को पड़ने वाले चंद्रग्रहण की अवधि को लेकर अलग-अलग राय है। कुछ की राय में इसकी अवधि तीन घंटे 24 मिनट होगी। कुछ कीराय में 2.43 घंटे और कुछ की राय में 77 मिनट। फिर भी, इस चंद्रग्रहण की अवधि सबसे लंबी मानी जा रही है।
चंद्रग्रहण का समय- 05.18 से 08.41.10 मिनट तक
चंद्रग्रहण की अवधि-3 घंटे 24 मिनट 10 सेकेंड ( अधिकांश की राय में)
सूतक काल प्रारम्भ- प्रात: 05 बजकर 18 से
सूतक काल की समाप्ति ( मोक्ष काल)- रात्रि 08.41 मिनट
( यानी मंदिरों के कपाट केवल तीन घंटे के लिए ही खुलेंगे)
कर्क राशि में ग्रहण
ज्योतिषाचार्य विभोग इंदुसुत. पंडित केदारमुरारी, पंडित हरिदत्त शास्त्री के अनुसार यह चंद्र-ग्रहण कर्क राशि और अश्लेषा नक्षत्र में होगा इसलिए विशेष रूप से कर्क राशि पर इस ग्रहण का विशेष प्रभाव होगा। इसके अलावा यह चंद्र ग्रहण जल तत्व राशि में बन रहा है जिससे 31 जनवरी को यह ग्रहण पड़ने के बाद जल से जुडी प्राकृतिक समस्याएं सामने आ सकती हैं।
तीन रंगों का चंद्रग्रहण
ज्योतिषाचार्य पंडित सुरेंद्र शर्मा के अनुसार इतना प्रभावशाली चंद्रग्रहण 1866 में पड़ा था। इतने साल बाद, 152 साल बाद पड़ रहे चंद्रग्रहण के समय चंद्रमा नीला, लाल और सफेद रंग का होगा। दो-तीन राशियों को छोड़ दें तो सभी के लिए चंद्रग्रहण अच्छा नहीं कहा जा सकता।
बारह राशियों पर चंद्र ग्रहण का प्रभाव
मेष राशि - पारिवारिक विवाद बढ़ेंगे। माता के स्वास्थ के उतार चढाव आएंगे। प्रॉपर्टी से जुड़े मामलों में सावधानी बरतें।
वृष राशि - मध्यम है। छोटे भाई बहनों से विवाद न करें।
मिथुन राशि - क्रोध बढ़ेगा। वाणी पर संयम रखें।
कर्क राशि - संघर्षकारी है। मानसिक तनाव। स्वास्थ में उतार चढाव।
सिंह राशि - धन खर्च बढ़ेगा। आर्थिक लेनदेन में नुकसान की संभावना।
कन्या राशि - समान्य स्थिति रहेगी। विवादों से बचें।
तुला राशि - विवाद बढ़ेंगे। मानसिक कष्ट।
वृश्चिक - काम बनते-बनते रुक सकते हैं।
धनु राशि - संघर्ष बढ़ेगा। स्वास्थ में उतार चढाव। वाहन चलाने में सावधानी रखें और व्यर्थ के विवादों से दूर रहें।
मकर राशि - स्वास्थ में उतार चढाव। घर की शांति को प्राथमिकता दें।
कुम्भ राशि - विवादों से बचें। वाणी पर संयम रखें। बहस न करें।
मीन राशि - पेट का ख्याल रखें। संतान का खासतौर से ध्यान रखें
चंद्रमा के पुत्र हैं बुध
चंद्रग्रहण बुधवार को पड़ रहा है। बुध चंद्रमा के पुत्र हैं। चंद्रग्रहण के समय राहू, केतू, बुध और सूर्य की दृष्टि चंद्रमा पर पड़ रही है। इस कारण भी यह ग्रहण ज्यादा प्रभावशाली माना जा रहा है।
चंद्रग्रहण पर ये करें उपाय
1. गरीब व्यक्ति को दूध दान करें।
2. ॐ सोम सोमाय नमः का नियमित जाप करें।
3. महामृत्युंजय मंत्र का सामर्थ्यानुसार जाप करें
4. हनुमान चालीसा पढ़ें। बृहस्पतिवार को चोला चढ़ाएं।
5. आटा, दाल, चावल, साबुन, घी, तेल, गुड़ का दान करें
6. असहाय लोगों की मदद करें। उनको गर्म वस्त्र दें।
तुलसी के पत्ते कर देंगे सब ठीक
-. अपने पूजा स्थल पर ग्रहण के सूतक काल से पहले ही तुलसी के पांच पत्ते लेकर रख दें खासकर जिनके घर लड्डू गोपाल ( ठाकुरजी) और विष्णु जी हों।
-. घर में रखे दूध में भी तुलसीदल डाल दें।
( माना जाता है कि तुलसी पर ग्रहण का प्रभाव नहीं पड़ता। )
-. ग्रहण के मोक्ष काल के बाद घर और पूजा स्थल की सफाई अवश्य करें।
चंद्रग्रहण में ये न करें
-चंद्रग्रहण का सूतक काल ग्रहण से बाहर घंटे पहले प्रारम्भ हो जाता है। यानी बुधवार की सुबह 5.18 से देव प्रतिमाओं का स्पर्श न करें।
-मानसिक जाप कर सकते हैं लेकिन भगवान जी को स्नान और स्पर्श नहीं करें। किसी धर्मग्रंथ को हाथ नहीं लगाएं।
-ग्रहण के समय भोजन करना और नदी में स्नान करना वर्जित है।
-नाखून काटना, बाल कटवाना भी निषेध है
-गर्भवती स्त्रियों के लिए ग्रहण देखना वर्जित है।
Next Story
Share it