Janta Ki Awaz
उत्तर प्रदेश

मुस्लिम मुहल्ले हिंदुस्तान का हिस्सा नहीं हैं क्या?

मुस्लिम मुहल्ले हिंदुस्तान का हिस्सा नहीं हैं क्या?
X
कासगंज साम्प्रदायिक हिंसा को लेकर बरेली के डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह की फेसबुक पोस्ट के बाद नया विवाद खड़ा हो गया है. मामले में बीजेपी विधायक ने जहां डीएम को जेल भेजने की बात कही है, वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता ने डीएम की पोस्ट पर जवाबी सवाल दागा है. प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने मामले में ट्वीट कर पूछा है कि क्या मुस्लिम मोहल्ले हिंदुस्तान का हिस्सा नहीं हैं? उन्होंने पूछा है कि क्या कहीं ऐसा लिखा है कि हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे किन मोहल्लों में लगाए जाएं और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे किन मोहल्लों में?
साथ ही शलभ मणि त्रिपाठी ने ये भी लिखा है कि हमेशा हिंदुस्तानी मुस्लिम भाइयों को भी पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते ही देखा है. इससे पहले एक अन्य ट्वीट में शलभ ने लिखा है कि हिंदुस्तान में ही कुछ लोगों को भारत माता की जय के नारों पर एतराज़ है. तो कुछ को पाकिस्तान मुर्दाबाद के. अफ़सोस है ऐसे लोगों की सोच पर. अफ़सोस इस बात पर भी कि ऐसे लोग खुद को समाज का अगुवा भी मानते हैं.
बता दें कि बरेली के डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह ने फेसबुक पर तिरंगा यात्रा को लेकर विवादित पोस्ट की. डीएम ने लिखा है, "अजब रिवाज बन गया है. मुस्लिम मौहल्लों में ज़बरदस्ती जलूस ले जाओ और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाओ. क्यों भाई वे पकिस्तानी हैं क्या? यही यहां बरेली में खैलम में हुआ था. फिर पथराव हुआ, मुकदमे लिखे गए
बता दें कि कासगंज में 26 जनवरी को तिरंगा यात्रा के दौरान दो समुदायों में विवाद हुआ, उसके बाद साम्प्रदायिक हिंसा हुई. धीरे-धीरे पूरा कासगंज सुलग उठा. हालांकि, अब वहां हालात नियंत्रण में है. डीएम आर विक्रम सिंह के पोस्ट पर लोगों ने तरह-तरह की प्रतिक्रिया दी है. वही बीजेपी विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल ने कहा है कि ऐसे अधिकारी की तो जगह जेल में है. उन्होंने कहा की जो पोस्ट उन्होंने की है, इसकी शिकायत वह पीएम मोदी और सीएम योगी से करेंगे. उन्होंने कहा कि अगर अपने देश में तिरंगा लेकर नहीं निकलेंगे तो क्या पाकिस्तान में निकलेंगे.
Next Story
Share it