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गोरखपुर और फूलपुर में उप चुनाव की सुगबुगाहट तेज, भाजपा का चुनावी प्रबंधन शुरू
BY Anonymous30 Jan 2018 5:54 AM GMT

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Anonymous30 Jan 2018 5:54 AM GMT
लखनऊ - चुनाव आयोग ने अभी भले ही गोरखपुर और फूलपुर संसदीय क्षेत्र के उप चुनाव की तारीख तय नहीं की लेकिन, भाजपा ने अपना प्रबंधन शुरू कर दिया है। इसके लिये संगठन से दो-दो प्रदेश मंत्री और एक-एक विधायक को जिम्मेदारी सौंपी गई है। ये लोग संबंधित क्षेत्रों में प्रवास करेंगे। प्रवास के दौरान ये चुनावी समीकरण के अवलोकन के साथ चुनौतियों का भी जायजा लेंगे।
गोरखपुर और फूलपुर सीटें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के इस्तीफे से रिक्त हुई हैं। चूंकि दोनों सीटों का नाम शीर्ष नेताओं से जुड़ा है, इसलिए भी यह पार्टी के लिये प्रतिष्ठा का विषय बन गई हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने गत दिवस भाजपा मुख्यालय पर इन दोनों क्षेत्रों के लिये संगठन महामंत्री सुनील बंसल से विमर्श किया और चुनावी प्रबंधन पर चर्चा की थी। सोमवार को संगठन ने इस दिशा में पहल करते हुए पदाधिकारियों को प्रवास की जिम्मेदारी सौंप दी।
प्रदेश मीडिया प्रभारी हरिश्चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव की तैयारी की दृष्टि से पदाधिकारियों और विधायकों को जिम्मेदारी दी गई है। गोरखपुर लोकसभा के लिये प्रदेश मंत्री कौशलेंद्र सिंह व अनूप गुप्ता तथा विधायक श्रीराम चौहान तथा फूलपुर के लिये प्रदेश मंत्री गोविंद नारायण शुक्ल व अमरपाल मौर्य तथा विधायक भूपेश चौबे को दायित्व सौंपा गया है। इन पदाधिकारियों को चुनाव तक वहां प्रवास करना है। ये दोनों सीटें पार्टी के लिये प्रतिष्ठा का विषय बनी हैं।
2014 के लोकसभा चुनाव में गोरखपुर में योगी और फूलपुर में केशव प्रसाद मौर्य ने तीन लाख से अधिक मतों से चुनाव जीता था। जीत के इस अंतर को बनाये रखना भाजपा के लिये सबसे बड़ी चुनौती है। चूंकि इस उप चुनाव के बाद ही 2019 के लोकसभा चुनाव का बिगुल बजना है, इसलिए भी इसमें पूरी ताकत लगाने को पार्टी तैयार है।
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