BY Anonymous29 Jan 2018 1:29 PM GMT

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Anonymous29 Jan 2018 1:29 PM GMT
सहायक अध्यापक के पदों पर भर्ती की मांग को लेकर बीएड टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने लखनऊ में चारबाग से लेकर जीपीओ तक धरना-प्रदर्शन किया. अभ्यर्थियों का कहना है कि सु्प्रीम कोर्ट ने जुलाई 2017 में ही इस पर निर्णय लेने के लिए सरकार को स्वतंत्र कर दिया है. लेकिन सरकार भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं कर रही. अभ्यर्थियों ने चारबाग से जीपीओ तक तिरंगा मार्च निकालने का प्रयास किया. लेकिन पुलिस ने उन्हें मार्च नहीं निकालने दिया. इसके बाद सैंकड़ों अभ्यर्थी जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा पर आकर धरना-प्रदर्शन करने लगे.
कुछ अभ्यर्थियों ने जहां शव के रूप में लेटकर विरोध जताया, वहीं कुछ ने मुंडन कराकर विरोध किया. अभ्यर्थियों के अनुसार दिसंबर 2012 में 72,825 पदों पर भर्ती का विज्ञापन निकालाया गया था. उसमें एक काउंसलिंग भी की गई. लेकिन इसके बाद भर्ती प्रक्रिया रोक दी गई. इस भर्ती के विज्ञापन पर सरकार ने आवेदन शुल्क से करीब 3 करोड़ रुपये अपने पास जमा कराए. अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक उनकी भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं होती विरोध-प्रदर्शन जारी रहेगा.
बीएड टीईटी 2011 अचयनित संघर्ष मोर्चा के मुकेश राय ने कहा कि हमारी मांग है कि सुप्रीम कोर्ट ने इस संबंध में जो अंतरिम आदेश दिए हैं, उनका पालन सरकार करे. इन नियुक्तिों को बहाल करे. उन्होंने कहा कि सरकारी खजाने में करोड़ों रुपए आवेदन शुल्क के पड़े हुए हैं. सरकार को इस पर जल्द से जल्द निर्णय लेना चाहिए.
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