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उत्तर प्रदेश

कासगंज:हिंसा पर बोले DGP,अफवाहों के चलते फैली आग

कासगंज:हिंसा पर बोले DGP,अफवाहों के चलते फैली आग
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कासगंज जिले में जारी तनाव रुकने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार की सुबह उपद्रवी तत्वों ने एक दुकान में आग लगा दी। पीएसी और पुलिस के जवान तैनात हैं, लेकिन हिंसा और आगजनी की घटनाओं में कोई भी कमी नहीं आ रही है। वहीं इस मुद्दे पर उत्तर प्रदेश के डीजेपी ओपी सिंह ने कहा है कि कासगंज में स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है और पिछले कुछ घंटों से हिंसा की कोई वारदात नहीं हुई है। डीजेपी ने कहा कि कासगंज हिंसा के पीछे की बड़ी वजह फैली अफवाह है। ओपी सिंह ने कहा कि कानून व्यवस्था बहाल करने के लिए पुलिस की गश्त बढ़ाई गई है साथ ही कई और कदम उठाए गए हैं। साथ ही कुछ लोगों की गिरफ्तारी हुई है। और हमारी प्राथमिकता कानून व्यवस्था को बनाए रखना है।

बता दें कि उत्तर प्रदेश के कासगंज में शुक्रवार को दो गुटों में हुई झड़प के बाद अब भी तनाव बना हुआ है। पूरे शहर में धारा 144 लागू करने के साथ ही कई इलाकों और नेटवर्क की इंटरनेट सेवा ठप कर दी गई हैं। हालांकि हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है।

इससे पहले भारी सुरक्षा बलों की तैनाती के बावजूद शनिवार सुबह फिर हिंसा भड़क उठी थी। कासगंज हिंसा में अब तक कुल 49 लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है। राज्य के पुलिस प्रवक्‍ता राहुल श्रीवास्तव के मुताबिक, शुक्रवार को कासगंज में दो ग्रुप के आपस में एक-दूसरे पर पत्थरबाजी और फायरिंग करने से यह विवाद पैदा हुआ था।

कासगंज में शुक्रवार को तिरंगा यात्रा से शुरू हुआ सांप्रदायिक उपद्रव शनिवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। शनिवार को प्रशासन ने क्षेत्र में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थीं। पुलिस ने 20 लोगों के खिलाफ हत्या एवं उपद्रव की धाराओं में मामला दर्ज किया था। पुलिस ने 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और करीब 40 लोगों को अपनी हिरासत में लिया है। वहीं कुछ असमाजिक तत्वों ने नदरई गेट इलाके में हाईवे पर बस को और घंटाघर बारहद्वारी पर पांच दुकानों को आग के हवाले कर दिया। सहावर गेट के पास धार्मिक स्थल के पास मकान में आग लगा दी।

दंगे में मरे युवक के अंतिम संस्कार के बाद शहर में माहौल ज्यादा बिगड़ने लगा। उपद्रवियों ने मिशन चौराहे के पास एक प्राइवेट बस में आग लगा दी। इसके पास ही एक दुकान में आग लगा दी। पुलिस जब तक पहुंच कर माहौल काबू कर पाती, तब तक उपद्रवियों ने शहर के बारहद्वारी के पास एक के बाद एक पांच दुकानें फूंक दी। सूचना पर पुलिस और आरएएफ फोर्स पहुंच गई। दमकल कर्मियों ने पहुंचकर आग पर काबू पाया।

डीजीपी मुख्यालय से आईजी डीके ठाकुर को तुरंत कासगंज भेजा गया है। अलीगढ़ के कमिश्नर सुभाष चन्द्र शर्मा, आईजी संजीव गुप्ता, डीएम आरपी सिंह, एसपी सुनील कुमार सिंह लगातार क्षेत्र का दौरा कर रहे है।

मृतक के पिता की ओर से दी गई तहरीर में चार लोगों को नामजद किया गया है। जिनमें से पुलिस ने चार नामजद एवं पांच अन्य आरोपियों को गिरफतार किया है। डीएम आरपी सिंह एवं एसपी सुनील कुमार सिंह की ओर से जारी किए गए प्रेस नोट में जानकारी दी गई है कि 26 जनवरी को हुई आपराधिक वारदात में थाना कोतवाली प्राभारी रिपुदमन सिंह द्वारा विभिन्न धाराओं समेत 7 क्रिमनल एक्ट बनाम चार अभियुक्त नामजद एवं अन्य के विरुद्ध मामला पंजीकृत कराया है। इस मामले की विवेचना शुरू कर दी गई है। छह लोगों को गिरफतार किया जा चुका है। इसके अलावा पुलिस ने विभिन्न इलाको से 39 लोगों को हिरासत में लिया है। जिनसे पूछताछ जारी है।

अंतिम संस्कार से पहले परिवार ने उठाई मांगें-

प्रशासन और पुलिस के दबाव के चलते परिजन तिंरगा यात्रा के दौरान मारे गए युवक की शवयात्रा गंगाघाट कछला नहीं ले जा सके। शव को काली नदी ले जाकर अंतिम संस्कार किया। इस दौरान परिजनों ने सांसद और विधायकों के सामने अपने बेटे को शहीद का दरजा दिए जाने की मांग उठाई। कुछ देर तक अंतिम संस्कार रुका रहा। इस पर सांसद और विधायकों ने शासन में इसकी जानकारी दी। कुछ देर में शासन की ओर से पीड़ित परिवार की मदद किए जाने के आश्वासन पर परिवार के लोगों ने अंतिम संस्कार किया।

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