कासगंज की सारी सीमा सील, हिंसा के मामले में अब तक 49 गिरफ्तार
BY Anonymous27 Jan 2018 1:23 PM GMT

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Anonymous27 Jan 2018 1:23 PM GMT
लखनऊ - गणतंत्र दिवस पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की तिरंगा यात्रा के दौरान संप्रदाय विशेष के युवकों के पथराव व फायरिंग में एक युवक की मौत के बाद कासगंज जल उठा। यहां पर दंगा भड़क गया और शहर में चारों तरफ बेहद अराजकता का माहौल बन गया। कल के बाद आज तक शहर हिंसा की आग में जलता रहा। इस मामले में अब तक 49 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
उत्तर प्रदेश के कासगंज जिला में हुई हिंसा के मामले पुलिस ने अब तक 49 दंगाइयों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। इनमें दंगा फैलाने के मामले में 39 और हत्या के केस में 10 गिरफ्तारियां बताई जा रही हैं। हिंसा को देखते हुए कासगंज जिले की सभी सीमाएं सील कर दी गईं हैं। कासगंज जिले में गाडिय़ों की आवाजाही पर रोक लगाने के साथ ही धारा 144 लगाई गई है।
सीएम ने परिवार को निष्पक्ष जांच का दिया भरोसा
कासगंज जिला में तिरंगा यात्रा के दौरान हुई हिंसा के दौरान चंदन अभिषेक पुत्र सुशील गुप्ता निवासी साहब वाला पेच के घर के लोग आज उसका अंतिम संस्कार करने को तैयार नहीं थे। कड़ी सुरक्षा के बीच जब स्थानीय सांसद राजवीर सिंह ने सीएम योगी आदित्यनाथ से परिवार के लोगों की बात करवाई इसके बाद मृतक का अंतिम संस्कार किया गया। फायरिंग में गोली लगने से घायल नौशाद का इलाज अलीगढ़ में चल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीडि़त परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। फोन पर हुई बातचीत के दौरान सीएम योगी ने कहा कि उनकी संवेदना परिवार के साथ है। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा।
कासगंज में आज सुबह उपद्रवियों ने तीन दुकानों में पेट्रोल बम से आग लगा दी। मौके पर पहुंचे अग्निशम के अधिकारियों ने आग पर मशक्कत के बाद नियंत्रण पाया। शहर के बारहद्वारी क्षेत्र में भड़की हिंसा में लोग दहशत में आ गए हैं। जिले में हालत फिर बिगडऩे की खबर है। कासगंज मामले में एडीजी कानून- व्यवस्था आनंद कुमार ने अब तक सिर्फ नौ लोगों की गिरफ्तारी पर कप्तान को जमकर फटकार लगाई।
एडीजी कानून-व्यवस्था आनंद कुमार जिला पुलिस की कार्रवाई से खुश नहीं हैं। अब पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है। पुलिस ने शाम तक और भी गिरफ्तारी के के संकेत दिए है। ख़बरों के मुताबिक पुलिस ने करीब दो दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है।
आज चंदन गुप्ता के अंतिम संस्कार के बाद कासगंज में जैसे ही धारा 144 हटाई गई वैसे ही फिर से हिंसा भड़क गई। यहां मथुरा-बरेली हाइवे पर उपद्रवियों ने कई रोडवेज की बसों और ट्रकों में आग लगा दी। बताया जा रहा है कि उपद्रवी पेट्रोल बम लेकर घूम रहे हैं। पेट्रोल बम से ही आगजनी की गई। उपद्रवियों ने सड़क पर वाहनों में जमकर तोडफ़ोड़ की। लोगों में इस घटना को लेकर काफी आक्रोश है। कासगंज के जिलाधिकारी आरपी सिंह और एसपी जिले में कानून-व्यवस्था को कायम करने में नाकाम साबित हो रहा है। कासगंज में इस समय मथुरा, अलीगढ, हाथरस, एटा, जिला की पुलिस और आरएएफ, सीआरपीएफ, पीएसी भी तैनात है लेकिन स्थिति पर कंट्रोल नहीं हो रहा है। आक्रोशित लोगों का कहना है कि लखनऊ से एक भी आला अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है।
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