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चंद्र ग्रहण 2018: 176 साल बाद ऐसा महायोग, किन राशियों के लिए शुभ व अशुभ है ग्रहण दर्शन

चंद्र ग्रहण 2018: 176 साल बाद ऐसा महायोग, किन राशियों के लिए शुभ व अशुभ है ग्रहण दर्शन
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माघ शुक्ल पक्ष पूर्णिमा के दिन 31 जनवरी को चंद्र ग्रहण लगेगा। 176 वर्ष बाद यह ग्रहण माघ पूर्णिमा के अवसर पर पड़ रहा है। ये ग्रहण पूरे भारत में दिखेगा। आचार्य विष्णु महाराज बता रहे हैं कि चंद्र ग्रहण का प्रभाव किन राशियों पर पड़ेगा। साथ ही किन वस्तुअों को दान करने से सभी कार्य पूरे होंगे।

इन राशियों के लिए शुभ व अशुभ है ग्रहण दर्शन

चंद्र ग्रहण पुष्य व आश्लेशा नक्षत्र एवं कर्क राशि पर चरितार्थ रहेगा। इन नक्षत्र व मेष, कर्क, सिंह, धनु राशि वालों के लिए ग्रहण दर्शन करना अशुभ है। वहीं वृष,कन्या, तुला, कुम्भ राशि के लिए दर्शन करना शुभ सुखद है। वृश्चिक,मीन व मकर राशि वालों के लिए ग्रहण दर्शन का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। यह चंद्र ग्रहण भारत वर्ष के अलावा अफगानिस्तान, पाकिस्तान, चीन, नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, कोरिया, रूस आदि जगहों पर भी दिखाई देगा।

चंद्र ग्रहण का समय

176 वर्ष बाद पड़ रहे ग्रहण का स्पर्श सायंकाल 05:18 बजे, मध्यम शाम 7:00 बजे और मोक्ष काल रात्रि 08:42 मिनट पर होगा। ग्रहण का सूतक सुबह 08:34 मिनट पर लग जाएगा। इस चंद्र ग्रहण का स्पर्श पुष्य नक्षत्र में होगा और समाप्ति श्लेषा नक्षत्र में होगी।

इन ‍व्यवसायों को मिलेगा लाभ

कर्क राशि पर इस ग्रहण का प्रभाव कुछ ज्यादा ही पड़ेगा। चंद्र ग्रहण घी, गुण, तेल, मोती, चावल, सोना, पीतल, सुपाडी, लाल रंग की वस्तु कंदमूल आदि व्यवसायों के लिए लाभकारी है।

सूतक के समय इन चीजों का रखें ध्यान

- सूतक और ग्रहण का समय भगवान की मूर्ति का स्पर्श नहीं करना चाहिए।

- ग्रहण के समय भगवान के नाम का जप और दान करना चाहिए।

- पवित्र नदी में स्नान और हवन का इस समय विशेष महत्व है।

- ग्रहण के साय धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन नहीं करना चाहिए।

- गर्भवती महिलाअों को इस समय फल, सब्जी आदि नहीं काटनी चाहिए।

चंद्र ग्रहण का हर राश‍ि पर अलग प्रभाव

मेष- शारीरिक कष्ट, धन का व्यय होगा। मंगल से संबंधित दृव्यों गुड़ और मसूर की दाल का दान करें।

वृष- धन का व्यय, मानसिक चिंता होगी। श्री सूक्त का पाठ करें और मंदिर में अन्न दान करें।

मिथुन- रोग में वृद्धि, धन का व्यय संभव है। गो माता को पालक खिलाएं।

कर्क- शारीरिक और मानसिक कष्ट व व्यय की अधिकता होगी। शिव उपासना करें, चंद्रमा के बीज मंत्र का जप करें।

सिंह- क्रोध की अधिकता, धन का व्यय होगा। गायत्री मंत्र का जप करें, धार्मिक पुस्तक का दान करें।

कन्या- धन का आगमन लेकिन व्यय भी होगा। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। गाय को पालक खिलाएं।

तुला- मानसिक चिंता, धन की प्राप्ति, व्यय की अधिकता होगी। श्री सूक्त का पाठ करें, अन्न का दान करें।

वृश्चिक- मानसिक चिंता बनी रहेगी लेकिन धार्मिक कार्यों में व्यस्तता उसे समाप्त कर देगी। श्री बजरंग बाण का पाठ करें।

धनु- आर्थिक सफलता।, स्वास्थ्य में समस्या बनी रहेगी। श्री विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ करें, गाय को केला खिलाएं।

मकर- आर्थिक नुकसान, स्वास्थ्य में परेशानी रहेगी। श्री सुंदरकांड का पाठ करें, तिल का दान करें।

कुंभ- आर्थिक लाभ, स्वास्थ्य में परेशानी बनी रहेगी। श्री हनुमान बाहुक का पाठ करें, तिल का दान करें।

मीन- शिक्षा तथा प्रतियोगिता में सफलता, स्वास्थ्य में परेशानी होगी। श्री विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ करें, गो माता को केला खिलाएं।

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