गणतंत्र दिवस पर लखनऊ में 'पद्मावत' हाउस फुल, SSP ने दिए विशेष इंतजाम के निर्देश

लखनऊ के सिनेमाघरों व मल्टीप्लेक्सों में बृहस्पतिवार को सुरक्षा के बीच पद्मावत दिखाई गई। आशंकाओं से घिरे मल्टीप्लेक्सों में सुबह के शो नहीं चले, लेकिन बाद में शांतिपूर्वक तरीके से फिल्म का प्रदर्शन हुआ। वहीं दर्शकों के उत्साह का आलम यह है चूंकि गणतंत्र दिवस पर अवकाश के कारण ज्यादातर शो की एडवांस बुकिंग हो चुकी है। वहीं दूसरी तरफ फिल्म न दिखाने का विरोध कर रहे लोग बृहस्पतिवार को गांधीगीरी करते नजर आए। एसएसपी दीपक कुमार ने भी हंगामा करने वालों से सख्ती से निपटने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। उत्तर प्रदेश सिनेमा एक्जिबिटर्स फेडरेशन के महासचिव आशीष अग्रवाल ने कहा कि बृहस्पतिवार को हुए शांतिपूर्ण प्रदर्शन से हमारा उत्साह बढ़ा है। लोगों में भी भय कम हुआ है। यही वजह है कि गणतंत्र दिवस पर अवकाश के कारण ज्यादातर शो की अग्रिम बुकिंग हो चुकी है। आईनॉक्स के प्रबंधक आकाश खत्री ने बताया कि मल्टीप्लेक्सों के संगठन से ये दिशानिर्देश मिले थे कि दोपहर 12 बजे के पूर्व के शो न चलाए जाय। हमने सुरक्षा व्यवस्था के बीच दोपहर 12 बजे के बाद का शो शुरू किया। लालबाग स्थित नॉवेल्टी छविगृह के प्रबंधक राजेश टंडन ने कहा कि कुछ लोग फूल लेकर छविगृह आए थे और हमसे फिल्म न दिखाने का अनुरोध किया।
फूल लेकर पहुंचे विरोधी, गांधी प्रतिमा पर धरना
अखिल भारतीय क्षत्रिय कल्याण परिषद ने हजरतगंज के लालबाग स्थित नॉवेल्टी मल्टीप्लेक्स के बाहर नारेबाजी के साथ-साथ दर्शकों को गुलाब का फूल देकर विरोध जताया। उधर, सर्वधर्म सभा के लोगों ने गांधी प्रतिमा पर धरना-प्रदर्शन कर पद्मावत फिल्म का विरोध किया। वहीं, क्षत्रिय समाज की अगुवाई में एमआईएस चौराहे एवं फिनिक्स मॉल आलमबाग के सामने धरना देने के बाद ज्ञापन थानाध्यक्ष तालकटोरा को सौंपा। राजाजीपुरम के क्षत्रिय भवन में फिल्म के विरोध में श्री राम सेवा समिति के वरिष्ट उपाध्यक्ष बीएल सिंह सेंगर की अध्यक्षता में एक बैठक हुई।
बवाल करने वालों से निपटने के सख्त निर्देश
एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि फिल्म को लेकर बवाल, उपद्रव और तोड़फोड़ की धमकी देने वालों से सख्ती से निपटने के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे। वेव, सिनेपॉलिस और सिंगापुर, फन, आईनॉक्स व एसआरएस मॉल, नॉवेल्टी और सहारागंज मॉल तथा कृष्णानगर के फीनिक्स मॉल व आसपास कड़े सुरक्षा प्रबंध थे। शाम को सहारागंज में जरूर कुछ लोगों के हंगामे की सूचना मिली, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। वहां पता चला कि किसी ने हंगामे की अफवाह फैला दी थी।