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मुख्तार अंसारी सिर्फ एक नाम ही नहीं बल्कि एक ब्रांड है : हाफ़िज़ खुर्शीद जौनपूरी
BY Anonymous25 Jan 2018 6:56 AM GMT

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Anonymous25 Jan 2018 6:56 AM GMT
तुम उसे अपराधी कहो या दबंग पर लोग उसे अपना मसीहा ही मानते हैं। राजनीत उसे विरासत में मिली और उसने प्रदेश में अपना एक अलग ही रूतबा कायम किया
यह बातें जौनपुर के मशहूर समाजसेवी और भारतीय एकता फाउंडेशन के अध्यक्ष हाफ़िज़ खुर्शीद जौनपूरी ने मऊ विधायक मुख्तार अंसारी के 58वें जन्म दिन पर कही उन्होंने कहा की
उत्तर प्रदेश के मुहम्मदाबाद ग़ाज़ीपुर जिले में बिर्गेडियर उस्मान और डॉक्टर मुख़्तार अंसारी के घर में जन्म लेने मऊ विधायक मुख्तार अंसारी बचपन से ही निडर और हौसले वाले थे। उन्होंने छात्र अवस्था में ही राजनीति में कदम रखा और सियासी राह पर चल पड़े। 1988 में पहली बार मुख्तार अंसारी पर हत्या का इल्जाम लगाया गया। और नतीजा वही ढाक के तीन पांच न किसी के पास कोई सबूत था न ही कोई गवाह
1995 में मुख्तार अंसारी ने राजनीति की मुख्यधारा में कदम रखा।
1996 में मुख्तार अंसारी पहली बार विधान सभा के लिए चुने गए। उसके बाद बृजेश सिंह जैसे माफिया मुख्तार अंसारी के काफिले पर जानलेवा हमला भी करवाते हैं। मगर अल्लाह जिसे रखे उसे कौन चखे ??
मुख्तार अंसारी ने बतौर विधायक क्षेत्र में सड़कें बनवाई , पुल बनवाये, और अस्पतालों के अलावा एक खेल स्टेडियम का निर्माण भी कराया है। और आपको यह भी बताता चलूं की मुख्तार अंसारी अपनी निधि का 30% निजी और सार्वजनिक स्कूलों और कॉलेजों पर भी खर्च करते आए हैं।
और यह बात भी कम ही लोग जानते होंगे कि मुख्तार अंसारी विधान सभा सदस्य के तौर पर मिलने वाली विधायक निधि से 20 गुना अधिक पैसा अपने निर्वाचन क्षेत्र में खर्च करते रहे हैं। उन्होंने मऊ और अन्य क्षेत्रों में विकास के कई बड़े काम करवाएं हैं।
एक महिला के दिल का ऑपरेशन के लिए उन्होंने सारा पैसा अपनी जेब से लगाया। हर दुखिया हर मजबूर हर मज़लूम के साथ खड़े रहने वाले मुख्तार अंसारी का पूरा परिवार क्षेत्र में होने वाली गरीबों की बेटियों की शादी के लिए दहेज का पूरा भुगतान खुद करते हैं। अक्टूबर 2005 में मऊ में जो हिंसा भड़की थी शायद मुख्तार अंसारी न होते तो न जाने क्या से क्या हो गया होता। आरोप तो बहुत लगे उनपर परंतु कभी आरोप सिद्ध नहीं हुए ।
लगातार चौथी बार विधायक हैं।
खुद के ऊपर लगे इल्ज़ाम को ले कर खुद आत्मसर्पण करने वाले मुख्तार अंसारी जेल में हैं मगर उनके खिलाफ साजिशें और जानलेवा हमला निरंतर जारी है। अभी हाल ही में एक जानलेवा साजिश को मात देकर मुख्तार अंसारी ने यह साबित कर दिया दिया।
विधायक मुख्तार अंसारी साहब के नाना वही बिर्गेडियर उस्मान है जिनका इस मुल्क को आज़ाद कराने में बड़ा योगदान रहा है
हमें चराग समझ कर बुझा न पाओगे,
हम अपने घर में कई आफ़ताब रखते हैं,
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