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उत्तर प्रदेश

फील्ड में दिखें अफसर, जनता से बढ़ाएं संवाद : डीजीपी

फील्ड में दिखें अफसर, जनता से बढ़ाएं संवाद : डीजीपी
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लखनऊ - राजधानी में लगातार पड़ रही डकैतियों के बीच उप्र पुलिस मुखिया का कार्यभार संभालने वाले डीजीपी ओपी सिंह ने मातहतों के लिए फरमान जारी किया है कि वे फील्ड में दिखें और चप्पे-चप्पे पर वर्दी की हनक व धमक बनाएं। कार्यभार संभालने के दूसरे दिन बुधवार को अपने दफ्तर में वरिष्ठ अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए। बाद में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि अधिकारी कार्यालय में फरियादियों से मिलने के बाद फील्ड में नजर आएं। उन्होंने अफसरों को जनता से संवाद बढ़ाने की नसीहत दी है।
ओपी सिंह का कहना है कि कमरे में बैठकर सही तस्वीर नजर नहीं आती। फील्ड में आकर ही वास्तविक हालात समझ में आते हैं। उन्होंने खुद भी फील्ड में निकलकर अधीनस्थों पर नजर रखने के संकेत दिए। कहा कि जब अधिकारी फील्ड पर होते हैं, तो अधीनस्थ भी सड़कों पर दिखाई पड़ते हैं। अधीनस्थों पर दबाव रहता है। ओपी सिंह ने यह भी साफ किया कि वह अनावश्यक तबादलों में यकीन नहीं रखते। जो जहां पोस्ट है, वह वहीं रहेगा। अधिकारियों को फील्ड में आकर काम करना होगा। फिलहाल गणतंत्र दिवस की सुरक्षा-व्यवस्था उनके सामने सबसे पहली चुनौती है। इस बीच किसी फेरबदल की गुंजाइश नहीं। जहां गड़बड़ी मिलेगी, वहां कार्रवाई जरूर की जाएगी।
डकैती की जांच को भेजे दो आइपीएस अधिकारी
मुख्यालय के अधिकारियों को भी उन्होंने फील्ड में भेजे जाने व टास्क के तहत उनसे काम लिए जाने की योजना भी है। इस कड़ी में ओपी सिंह ने डीजीपी मुख्यालय से संबद्ध आइपीएस अधिकारी हिमांशु कुमार व मोहित गुप्ता को लखनऊ में पड़ी डकैती के घटना स्थलों पर भेजा। डीजीपी ने खुद दोनों अधिकारियों को ब्रीफ करने के बाद मलिहाबाद व काकोरी जाकर जांच करने को कहा। डीजीपी ने बताया कि राजधानी के पुलिस अधिकारी इन घटनाओं की जांच कर रहे हैं। दोनों आइपीएस अधिकारियों से वह जांच रिपोर्ट लेंगे। ताकि उसके अनुरूप और बेहतर कार्रवाई की जा सके।
जल्द पूरी करेंगे पुलिस की तत्कालिक जरूरतें
ओपी सिंह पदभार संभालने के बाद बतौर मुखिया सबसे पहले पुलिस की समस्याओं को समझने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि उनका तत्कालिक निदान कराया जा सके। इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों से संवाद कर प्रदेश पुलिस की समस्याओं को खोजना भी शुरू कर दिया है। वह डीजीपी मुख्यालय व पुलिस की अन्य शाखाओं के वरिष्ठ अधिकारियों से प्रस्तुतीकरण ले रहे हैं। ताकि उनसे यह जान सकें कि वह क्या काम कर रहे हैं और उनकी क्या जरूरतें है। साथ ही उनकी चुनौतियां क्या है। ओपी सिंह का कहना है कि उनका प्रयास रहेगा कि वह पुलिस की तत्कालिक जरूरतों को जल्द पूरा कराएं।
यातायात की चुनौती पर भी नजर ओपी सिंह की चिंता यातायात व्यवस्था को पटरी पर लाने की भी है। इसके लिए उन्होंने फीडबैक लेने शुरू कर दिए हैं। वह ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कार्ययोजना के तहत चरणबद्ध कार्रवाई की बात कहते हैं।
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