पद्मावत का विरोध: अहमदाबाद के मॉल्स में तोड़फोड़, फूकें 150 वाहन
BY Anonymous24 Jan 2018 12:31 AM GMT

X
Anonymous24 Jan 2018 12:31 AM GMT
विजय तिवारी की रिपोर्ट
अहमदाबाद में मंगलवार रात करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने पद्मावत फिल्म की रिलीज के विरोध में रैली निकाली। रैली के बाद शहर में हिंसा और आगजनी की घटना देखने को मिली। शहर में आठ बजे के बाद भीड़ हिंसक हो गई और उन्होंने तीन मॉल्स को अपना निशाना बनाया। करीब 150 से ज्यादा वाहनों को भीड़ ने आग के हवाले कर दिया। करणी सेना कीगुजरात यूनिट के प्रमुख राज शेखावत ने कहा कि उनके कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ नहीं की। उन्होंने कहा, 'हिंसा की हम निंदा करते हैं। इस घटना में करणी सेना शामिल नहीं है।'
शहर के एक्रोपोलिस, अहमदाबाद वन और हिमालय मॉल और सिनैमेक्स थिएटर पर हमला किया गया। हालांकि, शहर के थिएटर मालिक पहले ही पद्मावत रिलीज ना करने की घोषणा कर चुके हैं। गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने कहा, 'सरकार ने शांति की अपील की है। कानून तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। गुजरात सरकार ने मूवी की रिलीज पर बैन लगा दिया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इसकी रिलीज को नहीं रोका जा सकता। हालांकि, थिएटर मालिकों ने खुद से मूवी ना दिखाने का फैसला किया है।'
फिल्म पद्मावत के 25 जनवरी को रिलीज से पहले राजपूत करणी सेना की धमकी के मद्देनजर गुड़गांव में रविवार तक निषेधाज्ञा लगा दी गयी है।करणी सेना ने फिल्म की स्क्रीनिंग कर रहे सिनेमाघरों को निशाना बनाने की धमकी दी है। फिल्म का विरोध कर रहे संगठनों में सबसे मुखर करणी सेना का आरोप है कि फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की गयी है। गुड़गांव में 40 से ज्यादा सिनेमाघर और मल्टीप्लेक्स हैं। हरियाणा सरकार ने हालांकि कहा कि वह फिल्म के प्रदर्शन को लेकर उच्चतम न्यायालय के आदेश को लागू करेगी।
गुड़गांव में डिप्टी कमिश्नर विनय प्रताप सिंह ने कहा, ''कानून व्यवस्था में गड़बड़ी की आशंका के मद्देनजर धारा 144 लगाई है। 25 जनवरी को फिल्म पद्मावत रिलीज हो रही है। सिंह ने कहा कि निषेधाज्ञा लागू होने के बाद 23 जनवरी से 28 जनवरी तक सिनेमाघरों के 200 मीटर के दायरे में अग्नेयास्त्र या दूसरे हथियारों के साथ लोगों की मौजूदगी, नारेबाजी या तख्तियां दिखाने पर पाबंदी रहेगी।
Next Story