सीएम योगी की सीट पर राजनीतिक दलों की टिकी नजर

गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव का ऐलान भले ही अभी नहीं हुआ हो पर राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारी तेज कर दी है. समाजवादी पार्टी जहां विधानसभा चुनाव में मिली हार का बदला लेना चाहती है, तो वहीं बीजेपी बड़े मार्जिन से उपचुनाव जीत कर एक बार फिर अपना दम दिखाना चाहती है. बता दें, कि गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव सपा और भाजपा के लिए नाक का विषय बना हुआ है. मुख्यमंत्री योगी की इस सीट पर समाजवादी पार्टी अपना दम दिखाकर जहां पूरे प्रदेश में अपनी हनक बनाने में जुटी है. तो वहीं बीजेपी भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है. बीजेपी ने उपचुनाव को गंभीरता से लेते हुए उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आगामी 25 और 26 जनवरी को लखनऊ में गोरखपुर जिला और महानगर के पदाधिकारियों को बुलाया है. लखनऊ में गोरखपुर की सीट को लेकर सियासी रणनीति बनेगी साथ ही ये उम्मीद जताई जा रही है कि वहीं पर अमित शाह प्रभारियों की भी नियुक्त कर दें
वहीं समाजवादी पार्टी भी बीजेपी को उसी के दांव से चित्त करने में जुटी है. समाजवादी पार्टी ने उपचुनाव के मद्देनजर लोकसभा सीट के अंदर आने वाले विधानसभा सीटों पर पार्टी के बड़े नेताओं को प्रभारी बनाकर जिम्मेदारी दे दी है, तो वहीं अखिलेश यादव ने इस बार बूथ मैनेजमेंट पर ध्यान देने को कहा है. जिस कार्यकर्ता को बूथ की जिम्मेदारी दी जायेगी उसे अपना बूथ जिताना होगा.