डिंपल के लोकसभा क्षेत्र से अखिलेश लड़ सकते हैं अगला चुनाव, क्या इसी इस कारण अभी से पूरी फील्डिंग सजने लगी

बहुजन समाजवादी पार्टी छोड़ने के बाद कन्नौज जिले में कमालगंज के पूर्व विधायक ताहिर हुसैन सिद्दीकी ने भाई समेत गुरुवार को लखनऊ में सपा सुप्रीमो के समक्ष पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। इसे मुस्लिम वोट बैंक का बंटवारा रोकने के लिए सपा की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। कमालगंज के पूर्व विधायक ताहिर हुसैन सिद्दीकी व फर्रुखाबाद के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष तहसीन सिद्दीकी को समाजवादी पार्टी की सदस्यता दिलाकर सपा ने भावी रणनीति की ओर इशारा कर दिया है।
दोनों नेताओं का छिबरामऊ विधानसभा क्षेत्र में खासा वर्चस्व है। छिबरामऊ विधानसभा ने ही वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में आखिरी पलों में सांसद डिंपल यादव की झोली में जीत डाली थी। कमालगंज के पूर्व विधायक व फर्रुखाबाद के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ने अपने कई साथियों के साथ लखनऊ में समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। निकाय चुनाव में दो सीट जीतने के बाद बसपा को जिले में संजीवनी मिली थी, लेकिन इन दोनों नेताओं के पार्टी छोड़ने से झटका लगा है।
सपा के रणनीतिकारों का कहना था कि इन दोनों नेताओं को शामिल कराए जाने के लिए निकाय चुनाव से रणनीति चल रही थी, लेकिन उनको निकाय चुनाव के दौरान शामिल नहीं कराया जा सका।
सूत्रों का कहना है कि इस बार राष्ट्रीय अध्यक्ष के कन्नौज लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही हैं। इस कारण अभी से पूरी फील्डिंग सजने लगी है।




