ठंड में इन बच्चों का देखिए हाल, न फर्नीचर न स्वेटर
BY Anonymous19 Dec 2017 1:29 PM GMT

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Anonymous19 Dec 2017 1:29 PM GMT
जहां एक ओर कड़ाके की सर्दी में लोग रजाई और कंबल में दुबके हुए हैं वहीं दूसरी ओर सरकारी स्कूलों के बच्चे जमीन पर बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं। हाड़ कंपा देने वाली सर्दी में भी इन मासूमों को राहत नहीं है। शिक्षा का हक पाने के लिए इन बच्चों को इन दिनों काफी दुश्वारियां झेलनी पड़ रही हैं।
भीषण सर्दी में बच्चे ठिठुरते, कांपते हुए पढ़ने को मजबूर थे। ठंड के मारे बच्चों की अंगुलियां नीलीं हो गई थीं, आंखों से पानी आ रहा था। यही वजह है कि इन स्कूलों में दिनों दिन बच्चों की संख्या भी गिरती जा रही है। कहीं पांच बच्चे पहुंच रहे हैं तो कहीं दस बच्चों की हाजिरी लग रही है। प्राइमरी स्कूल में इस भीषण सर्दी में बच्चे जमीन पर बैठकर पढ़ रहे थे। इतना ही नहीं अन्य दिनों की तुलना में यहां काफी कम बच्चे पहुंचे। जितने बच्चे आए भी वह भी इस भीषण सर्दी में काफी असहज थे। गांधी पार्क प्राइमरी विद्यालय में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। यहां लंच ब्रेक में बच्चे अलाव जलाकर बैठे थे। इससे कुछ पल की राहत मिली लेकिन फिर से जमीन पर बैठकर सर्दी की मार झेलने को मजबूर दिखे।
हर साल वादे और दावे होते हैं फेल
बेसिक स्कूलों में इन मासूमों को ठंड से बचाने के हर साल के सरकार के दावे और वादे फेल होते हैं। अब तक न तो फर्नीचर मिले और न ही बच्चों को स्वेटर मिला। ऐसे में इस सर्दी भी यह मासूम ठिठुरने को मजबूर हैं।
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