बिजली बढ़ोत्तरी वापस ले सरकार,बोले सपा विधायक
BY Anonymous15 Dec 2017 2:49 AM GMT

X
Anonymous15 Dec 2017 2:49 AM GMT
विधानसभा सत्र का पहला दिन नारेबाजी और धरने के नाम रहा। सपा विधायकों ने बिजली की बढ़ी दरों को वापस लिए जाने को पुरजोर आवाज उठाई। कहा कि बिजली की दरें बढ़ाकर सरकार ने आम जनता को परेशान कर दिया है। किसान इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। इसके साथ ही विधायकों ने प्रदेश में हो रहे कत्लेआम पर अंकुश लगाने की आवाज भी बुलंद की।
गुरुवार को लखनऊ में विधानसभा सत्र का आगाज हुआ लेकिन सपा विधायकों के विरोध और धरने पर बैठने से विधानसभा सत्र शुरू नहीं हो पाया। सपा के सभी विधायकों ने सरकार से बिजली की बढ़ाई गई दरों को वापस लिए जाने की एक स्वर में आवाज उठाई।
बिजली की बढ़ी दर जब तक वापस नहीं ली जाती, सत्र को चलने नहीं दिया जाएगा। बिजली दरों में एक साथ वृद्धि होने से आम उपभोक्ता और किसानों पर अतिरिक्त भार पड़ेगा जोकि किसी भी हाल में ठीक नहीं है।
हाजी इकराम कुरैशी,देहात विधायक
बिजली बढ़ोत्तरी वापस हो,इससे कम में कोई बात नहीं होगी। बिजली दरों के बढ़ने से सबसे ज्यादा किसानों पर बोझ पड़ेगा। किसान पहले से ही परेशान है ऊपर से अतिरिक्त दर के बोझ से आर्थिक दिक्कत झेलेगा जो ठीक नहीं है। इसके साथ ही पत्रकार के हत्यारों को सजा दिलाने और प्रदेश में बढ़े कत्लेआम पर अंकुश लगाने को भी कहा।
मोहम्मद फहीम, विधायक बिलारी
बिजली की बढ़ी दरों को वापस लिए जाने और प्रदेश में बिगड़े कानून व्यवस्था को दूर कराने की बात रखी गई। सरकार ने पुराने सरकार की योजनाओं को बंद करने के अलावा ऐसा कुछ नहीं किया,जिसको नया कहा जाए।
हाजी रिजवान, विधायक कुं दरकी
निकाय चुनाव के साथ ही सरकार ने डबल गेम खेलते हुए जनता को छला है। एकाएक बिजली के दरों में बढ़ोत्तरी करके आम जनता और किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है। बिजली दरे अगर निकाय चुनाव से पहले बढ़ाते तो नतीजे कुछ और आते। नवाब जान, विधायक ठाकुरद्वारा
Next Story




