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सपा ने निकाली बीजेपी के दावे की हवा, केवल 27.71 प्रतिशत बीजेपी प्रत्याशी ही जीते
BY Anonymous2 Dec 2017 4:15 PM GMT

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Anonymous2 Dec 2017 4:15 PM GMT
नगरीय निकाय चुनावों में भाजपा की जीत के दावे को सपा ने शनिवार को नकार दिया। सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी व प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने प्रेस कांफ्रेंस कर दावा किया कि निकायों में भाजपा की हार हुई है। लोकसभा और विधानसभा चुनाव की तुलना में उसके जनसमर्थन में भारी गिरावट आई है।
चौधरी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा के 88.71 प्रतिशत प्रत्याशी विजयी रहे थे, जबकि विधानसभा चुनाव में यह आंकड़ा घटकर 77.41 फीसदी रह गया था। नगरीय निकायों में भाजपा के केवल 27.71 प्रत्याशी ही जीत दर्ज कर सकें। भाजपा का ग्राफ 50 फीसदी से भी नीचे चला गया है।
भाजपा की ऐतिहासिक जीत का दावा, फरेब और जनता की आंखों में धूल झोंकने वाला है। भाजपा झूठ के प्रचार और अफवाहें फैलाने में माहिर है। निकाय चुनावों में जीत का भाजपा का दावा इसी की हिस्सा है। उन्होंने कहा कि ईवीएम को लेकर पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव पहले से सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने सभी चुनाव बैलेट पेपर से कराने की मांग की है।
वहीं अखिलेश यादव ने दोपहर बाद ट्वीट कर निकाय चुनाव में जीत का जश्न मना रही भाजपा पर दोतरफा हमला किया। उन्होंने भाजपा की भारी जीत के दावे की हवा निकाली और ईवीएम पर प्रश्नचिह्न भी खड़े कर दिए। कहा, जिन निकायों में बैलेट पेपर से चुनाव हुए हैं, उनमें भाजपा को केवल 15 फीसदी सीटों पर जीत हासिल हुई है। जहां ईवीएम से मतदान हुआ है उन निकायों में भाजपा को 46 प्रतिशत सीट मिली है।
उनके ट्वीट से ठीक पहले राजेन्द्र चौधरी ने मीडियाकर्मियों से कहा कि जिन 653 निकायों में मेयर या अध्यक्ष पद पर चुनाव हुआ है, उनमें से 470 निकायों में भाजपा की हार हुई है। पार्षद व सदस्यों के 11994 पदों में भाजपा को 9812 में हार का सामना करना पड़ा है।
चौधरी व नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि भाजपा ने निकाय चुनावों में सत्ता का जमकर दुरुपयोग किया है। मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों समेत पूरी सरकार दो माह से निकाय चुनावों में लगी हुई थी। कहीं वोट कटवाए गए तो कहीं वोटरों को प्रलोभन दिया, डराया, धमकाया। मतगणना में भी पक्षपात हुआ। कहीं ईवीएम खराब हुई तो कहीं उनमें वोटिंग में गड़बड़ी की शिकायतें आईं। चुनाव आयोग को इसकी शिकायतें की गईं लेकिन उन पर कार्रवाई नहीं हुई। उत्तम ने कहा कि सपा की शिकायतों पर आयोग आंखें मूंदे रहा।
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