अखिलेश यादव सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट जेपी सेंटर जून से शुरू किये जाने की तैयारी

लखनऊ : करीब 835 करोड़ रुपये के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय केंद्र का लखनऊ विकास प्राधिकरण जून से आगाज कर देगा। जेपी सेंटर अखिलेश यादव सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट था, जिसमें जरूरत से ज्यादा खर्च का आरोप लगा कर योगी सरकार ने जांच करवाई है। कई तरह की गड़बड़ियां सामने भी आई हैं। दो जांच जारी रहने के बाद तीसरी जांच पीडब्ल्यूडी को सौंपी गई है। अब कुल बचे हुए 70 करोड़ रुपये शासन से और पास करवा कर परियोजना को नये सिरे से शुरू किये जाने की तैयारी है।
परियोजना पर करीब 770 करोड़ रुपये का खर्च पिछली सरकार के दौरान ही कर दिये गये थे। करीब 100 करोड़ रुपये बचे थे। जिनमें से 35 करोड़ की एक किस्त पहले ही जारी की जा चुकी थी, जबकि दूसरी किस्त जो लगभग 70 करोड़ रुपये की है, वह अब जारी होगी। जिसके बाद जून में ये केंद्र शुरू हो सकता है।
पत्थरों की खरीद में सबसे बड़ी गड़बड़ी आई थी सामने : प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन व राज्य मंत्री आवास सुरेश पासी ने निरीक्षण कर जांच की थी। पाया गया था कि बसपा सरकार की तरह पत्थरों की खरीद में गड़बड़ी की गई है। भारत में मिलने वाले पत्थर को विदेश से 10 गुनी कीमत पर मंगवाया गया। प्राविधिक शिक्षा मंत्री का मत था कि 834 करोड़ की इस परियोजना को आधी कीमत पर भी बनाया जा सकता था। दोनों मंत्रियों ने इसमें लिप्त दोषी अधिकारियों के विरुद्ध तत्काल कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए थे। जेपी सेंटर की सबसे ऊपरी मंजिल पर बने हैलीपैड के बारे में उन्होंने प्रश्न किया कि इसे तो जमीन पर भी बनाया जा सकता था तो 1.5 करोड़ की लागत से उसे 18वीं मंजिल पर बनाने का क्या औचित्य था।
हैलीपैड के निर्माण के औचित्य पर वहा मौजूद अधिशासी अभियंता बी पी मौर्य ने बताया था कि शासन ने ही इसकी डिजाइन को मंजूरी दी थी।
इंडिया हैबीटेट सेंटर की तर्ज पर बना : शासन ने इस बिल्डिंग को दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर की तर्ज पर बनाया है। ऊपर के तलों में जिम, मनोरंजन, आल वेदर स्वीमिंग पूल, हेल्थ क्लब और गेस्ट हाउस सहित कई सुविधाएं होंगी। नीचे के तीन तल में वल्र्ड क्लास म्यूजियम ब्लॉक बनेगा। इसमें बेसमेंट में लाइब्रेरी व रीडिंग रूम, पहले व दूसरे तल पर म्यूजियम, टेरेस पर ओपेन एयर थिएटर और 100 से अधिक कमरों वाला एक पांच सितारा गेस्ट हाउस होगा। इसके अलावा विशालकाय आडिटोरियम भी बनाए जाएंगे।




