गैराज के चौकीदार की गोली मारकर हत्या, सनसनी
BY Anonymous8 Nov 2017 2:03 PM GMT

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Anonymous8 Nov 2017 2:03 PM GMT
लखनऊ के चिनहट के मटियारी चौराहा के पास स्थित एबी मोटर्स गैराज के 65 वर्षीय चौकीदार मो. सईद की मंगलवार आधी रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह गैराज में ही तखत पर मच्छरदानी लगाकर सो रहे थे। बुधवार सुबह ट्यूशन पढ़ने आए सात साल के चांद ने उन्हें जगाने की कोशिश की तो खून देखकर होश उड़ गए।
उसकी चीखें सुनकर आसपास के लोग मौके पर एकत्र हो गए। सूचना पाकर एएसपी उत्तरी अनुराग वत्स सहित चिनहट थाना की पुलिस और डॉग स्क्वॉयड व फारेंसिक टीम मौके पर पहुंची। परिवारीजनों ने किसी तरह की रंजिश, लेन-देन अथवा अन्य विवाद से इनकार किया है। पुलिस हत्या के कारणों की पड़ताल कर रही है।
एएसपी उत्तरी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मो. सईद के पेट से एक गोली निकली है। उन्होंने बताया कि सईद मूलरूप से बाराबंकी के सफदरगंज के थे और यहां चिनहट के मटियारी चौराहा के पास किराये के मकान में रहकर बौद्ध विहार कॉलोनी निवासी आसिफ खान के गैराज में चौकीदारी करते थे। उनके साथ पत्नी अख्तरुलनिशा, बेटा मो. अनीस, मो. अनस, मो. अब्दुल्ला व एक बेटी तनवीर रहती थी। दो बेटियों तस्लीम और परवीन का निकाह हो चुका है। अनीस और अनस ई-रिक्शा चलाते हैं जबकि अब्दुल्ला दर्जी का काम करता है।
अनस ने बताया कि उसके पिता पास ही स्थित मस्जिद में अजान देने के अलावा बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने का काम भी करते थे। बुधवार सुबह करीब सवा नौ बजे इलाके में ही रहने वाले उस्मान का सात वर्षीय बेटा चांद उनसे ट्यूशन पढ़ने आया। चांद ने देखा के मो. सईद मच्छरदानी में पेट के बल सो रहे हैं। वह उन्हें हिला-डुलाकर जगाने लगा तो बिस्तर पर खून बिखरा देख होश उड़ गए। घबराया चांद बुरी तरह से डर गया और चीखने लगा। आसपास के लोग गैराज पहुंचे और सईद को सीधा किया तो सन्न रह गए। उनकी मौत हो चुकी थी। नाभि के पास एक छेद बना था। बनियान और पाजामा खून से सना था। बिस्तर पर खून बिखरा हुआ था। लोगों से सूचना पाकर गैराज मालिक आसिफ खान और पुलिस भी आ गई।
पुलिस ने गैराज में काम करने वाले पांच-छह संदिग्धों को उठाया
फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स ने बताया कि सईद को गोली मारी गई है। एएसपी उत्तरी ने परिवारीजनों से बातचीत की लेकिन कोई भी हत्या की वजह नहीं बता सका। एएसपी ने बताया कि पूछताछ के लिए गैराज में काम करने वाले व आसपास के पांच-छह संदिग्धों को उठाया गया है।
ई-रिक्शा लेने आए बेटे ने सोता समझकर नहीं जगाया
अनस ने बताया कि गैराज खुले में बना है और पिता रात को वहीं टिन शेड के नीचे सोते थे। सईद ने एक ई-रिक्शा खरीदा था जिसे अनीस व अनस चलाते थे। ई-रिक्शा गैराज में ही खड़ा रहता था। बुधवार सुबह अनस ई-रिक्शा लेने आया और पिता को मच्छरदानी के भीतर लेटा देखा। बकौल अनस, वह समझा कि पिता सो रहे हैं इसलिए उन्हें जगाया नहीं और ई-रिक्शा लेकर चला गया।
चेहल्लुम के चलते जल्दी बंद कर दिया था गैराज
आसिफ ने बताया कि उसके गैराज में पांच कर्मचारी इमरान, सलमान, आफताब, ताज बाबू और प्रदीप हैं। मंगलवार को चेहल्लुम के चलते गैराज शाम पांच बजे ही बंद कर दिया था। सभी कर्मचारी चले गए थे। करीब सात बजे सईद आए तो वह भी चला गया। रात करीब आठ बजे सईद सो गए थे। उनकी हत्या किसने और क्यों की? इस बात की जानकारी से आसिफ ने इनकार किया है।
सीसीटीवी कैमरों से नहीं मिली मदद
इंस्पेक्टर रवींद्र नाथ राय ने बताया कि गैराज के पास स्थित ग्रामीण बैंक ऑफ आर्यावर्त में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। पुलिस ने बैंक जाकर फुटेज निकलवाई लेकिन किसी भी कैमरे का एंगल गैराज की तरफ नहीं मिला। पास ही एक अन्य जगह पर भी सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। हालांकि, पुलिस को इससे भी कोई मदद नहीं मिल सकी।
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