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उत्तर प्रदेश

ट्रेन में आग लगाकर 59 कारसेवकों को जलाने वाला इमरान गिरफ्तार, 14 साल से था फरार

अहमदाबाद : गुजरात के गोधरा स्टेशन पर साबरमती एक्सप्रेस के एक डिब्बे में भीड़ द्वारा आग लगाये जाने की घटना के करीब 14 साल बाद शहर अपराध शाखा ने घटना के मुख्य आरोपी इमरान अहमद भाटुक को महाराष्ट्र के मालेगांव से गिरफ्तार किया है।

गोधरा में 27 फरवरी, 2002 को साबरमती एक्सप्रेस के एस-6 कोच में आग लगाये जाने की घटना में 59 लोग मारे गये थे, जिसमें अधिकतर कारसेवक थे जो अयोध्या से लौट रहे थे। इस घटना के बाद पूरे राज्य में बड़े स्तर पर सांप्रदायिक दंगे भड़क गये थे।

दंगा भड़कने के बाद भाग गया महाराष्ट्र

गोधरा में इमरान के परिवार का कपड़े का बिजनेस है। वह पांच भाईयों में सबसे छोटा है। जब 22 साल का रहा तो अराजक तत्वों के बहकावे में आकर उसने पेट्रोल ले जाकर गोधरा में ट्रेन में आग लगा थी। जिसके बाद दंगा भड़क उठा था। क्राइम ब्रांच के डीसीपी दीपेन बद्रन कहते हैं कि इमरान ने अपने तक पहुंचने वाले सारे संपर्क काट दिए थे। अब इमरान को विशेष जांच दल(एसआइटी) को सौंपा जा रहा है। गुजरात की अदालत गोधरा दंगे में आरोपियों पर फैसला सुना चुकी है। अब देरी से गिरफ्तारी पर इमरान के मामले की अलग से सुनवाई होगी।

असिस्टेंट मैनेजर की कर रहा था नौकरी

पुलिस सूत्रों ने बताया कि गोधरा में ट्रेन में आग लगाने के बाद दंगा भड़का तो गिरफ्तारी की डर से भागकर महाराष्ट्र के धुलिया चला गया। जहां उसने शादीशुदा जिंदगी शुरू कर दी। पत्नी और तीन बेटियों के साथ वह मालेगांव में नौकरीपेशा आदमी की तरह रहने लगा। इस दौरान उसने रेत का धंधा करने वाली कंपनी में असिस्टेंट मैनेजर की नौकरी शुरू कर दी। तीन माह पहले गोधरा कांड में गिरफ्तार हुए व्यक्ति से इमरान के बारे में कुछ इनपुट मिले, जिसे ट्रेस करने के बाद पुलिस 14 साल बाद उस तक पहुंचने में सफल रही।
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