रायबरेली से विधानसभा चुनाव लड़ सकती है प्रियंका
नई दिल्ली : कांग्रेस अपनी खोई हुई सियासत को फिर से हथियाने के लिए प्रियंका गांधी को यूपी से सीएम पद का उम्मीदवार घोषित कर सकती है. दरअसल प्रशांत किशोर के इस प्रस्ताव पर सोनिया गांधी विचार कर रही है. बताया जाता है कि प्रशांत किशोर के इसी प्रस्ताव के तहत ही यूपी में 150 से अधिक सभाएं प्रियंका से कराये जाने का फैसला सोनिया गांधी ने लिया है.
प्रियंका के यूपी में जाने से पार्टी होगी मजबूत
सूत्रों के मुताबिक पार्टी में मची अंदरूनी कलह को लेकर ही यूपी में पार्टी की मजबूती के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रियंका को भेजा है. बताया जाता है कि अगर प्रियंका सोनिया के प्लान में कामयाब हो जाती है तो उन्हें यूपी के अखाड़े में चुनाव लड़ने के लिए भी उतारा जा सकता है. दरअसल सोनिया गांधी भी यही चाहती है कि अब प्रियंका गांधी अपनी दादी इंदिरा गांधी की तरह स्ट्रांग बने और यूपी में खोई हुई कांग्रेस की ताकत को फिर से हासिल करें.
सूत्रों के मुताबिक प्रियंका गांधी यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में रायबरेली की सीट से पार्टी की उम्मीदवार घोषित की जा सकती है. बताया जाता है कि इसके अलावा कांग्रेस के पास और कोई विकल्प नहीं है. प्रियंका के यूपी में आने से कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं में बुझा हुआ उत्साह फिर से जाग जायेगा और वह फिर उसी उमंग और उत्साह के साथ पार्टी के कार्यक्रमों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेंगे. बताया जाता है कि लंबे समय से कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जनता कि किसी भी समस्या को लेकर सड़क पर निकलकर कोई प्रदर्शन नहीं किया है.
प्रियंका के यूपी में जाने से पार्टी होगी मजबूत
सूत्रों के मुताबिक पार्टी में मची अंदरूनी कलह को लेकर ही यूपी में पार्टी की मजबूती के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रियंका को भेजा है. बताया जाता है कि अगर प्रियंका सोनिया के प्लान में कामयाब हो जाती है तो उन्हें यूपी के अखाड़े में चुनाव लड़ने के लिए भी उतारा जा सकता है. दरअसल सोनिया गांधी भी यही चाहती है कि अब प्रियंका गांधी अपनी दादी इंदिरा गांधी की तरह स्ट्रांग बने और यूपी में खोई हुई कांग्रेस की ताकत को फिर से हासिल करें.
सूत्रों के मुताबिक प्रियंका गांधी यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में रायबरेली की सीट से पार्टी की उम्मीदवार घोषित की जा सकती है. बताया जाता है कि इसके अलावा कांग्रेस के पास और कोई विकल्प नहीं है. प्रियंका के यूपी में आने से कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं में बुझा हुआ उत्साह फिर से जाग जायेगा और वह फिर उसी उमंग और उत्साह के साथ पार्टी के कार्यक्रमों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेंगे. बताया जाता है कि लंबे समय से कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जनता कि किसी भी समस्या को लेकर सड़क पर निकलकर कोई प्रदर्शन नहीं किया है.
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