अमरनाथ यात्रा: श्रद्धालु बोले- दर्शन किए बगैर हरगिज वापस नहीं जाएंगे।
भारी परेशानी के बावजूद ऐसे भक्तों की संख्या भी हजारों में है जो यह न कर बैठे है कि दर्शन किए बिना वापस नहीं जाएंगे। आस्था और उत्साह से लबरेज बाबा बर्फानी के भक्तों को यात्रा रुकने का मलाल है। इन श्रद्धालुओं के जोश पर न तो घाटी के हालात का और न ही यात्रा रुकने से आ रही दुश्वारियों का कोई असर पड़ा है।
दीपक और संजय ने कहा कि राजस्थान से उनके साथ छह बसें आई थीं। पांच लौट गई हैं। इस बस में बच्चों सहित पचास लोग हैं जो रात भर भूखे रहे। फुटपाथ पर भी सोए, लेकिन अब यात्री निवास में हैं। इन्हीं के साथ शामिल नीटू ने कहा कि महीनों पहले से बाबा बर्फानी की यात्रा की तैयारी में लग जाते हैं।
अब चाहे जो हो जाए वे दर्शन किए बिना वापस नहीं जाएंगे। दिल्ली से आए ग्रुप में शामिल कनिका ने कहा वह पहली बार यात्रा पर आई है, परिजनों के साथ सात दिन का टूर प्लान किया है, लेकिन यहां पर आकर हालात बिगड़ गए हैं।
कनिका सहित सुमन, दिनेश और गिरीराज ने कहा कि अमरनाथ यात्रा पर हर साल कुछ ने कुछ खलल पड़ता है। यात्रा फिर भी आगे बढ़ती है। इस बार भी श्रद्धालु हार नहीं मानेंगे। श्रद्धालुओं ने कहा हिमलिंग पिघलने की खबरें भी सुनने को मिल रही हैं लेकिन वह पवित्र गुफा के दर्शन करने के बाद ही वापस जाएंगे।
पवित्र गुफा तक पहुंचने के जुनून में भक्तों का कहना है मर जाएंगे, दर्शन किए बगैर वापस नहीं जाएंगे। राजस्थान से आए ग्रुप में शामिल महिला श्रद्धालु नीलम सोनी ने कहा दो दिन से भगवती नगर स्थित यात्री निवास में ठहरे हैं। चाहे बीस दिन ही क्यों न लग जाएं, दर्शन किए बिना वह लौटने वाली नहीं।
घाटी के हालात के सवाल का जवाब देते हुए नीलम सोनी ने कहा कि पत्थर की लकीर समझ लो, मर जाएंगे, दर्शन किए बगैर हरगिज वापस नहीं जाएंगे। एक प्रतिशत भी टेंशन नहीं है।
घाटी के हालात के सवाल का जवाब देते हुए नीलम सोनी ने कहा कि पत्थर की लकीर समझ लो, मर जाएंगे, दर्शन किए बगैर हरगिज वापस नहीं जाएंगे। एक प्रतिशत भी टेंशन नहीं है।
भूख से बेहाल यात्रियों को फुटपाथ पर गुजारनी पड़ी रात
दीपक और संजय ने कहा कि राजस्थान से उनके साथ छह बसें आई थीं। पांच लौट गई हैं। इस बस में बच्चों सहित पचास लोग हैं जो रात भर भूखे रहे। फुटपाथ पर भी सोए, लेकिन अब यात्री निवास में हैं। इन्हीं के साथ शामिल नीटू ने कहा कि महीनों पहले से बाबा बर्फानी की यात्रा की तैयारी में लग जाते हैं।
अब चाहे जो हो जाए वे दर्शन किए बिना वापस नहीं जाएंगे। दिल्ली से आए ग्रुप में शामिल कनिका ने कहा वह पहली बार यात्रा पर आई है, परिजनों के साथ सात दिन का टूर प्लान किया है, लेकिन यहां पर आकर हालात बिगड़ गए हैं।
कनिका सहित सुमन, दिनेश और गिरीराज ने कहा कि अमरनाथ यात्रा पर हर साल कुछ ने कुछ खलल पड़ता है। यात्रा फिर भी आगे बढ़ती है। इस बार भी श्रद्धालु हार नहीं मानेंगे। श्रद्धालुओं ने कहा हिमलिंग पिघलने की खबरें भी सुनने को मिल रही हैं लेकिन वह पवित्र गुफा के दर्शन करने के बाद ही वापस जाएंगे।
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